विवादास्पद बयानबाजी के लिए हमेशा चर्चा में रहने वाले नागौर सांसद ने फिर एक बयान जारी किया है। इस बयान को लेकर वे फिर से चर्चा में बने हुए हैं। इस बार उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर निशाना साधा है। एनडीए गठबंधन में नागौर से सासंद और आरएलपी अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल ने फिर से मुख्यमंत्री गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर गठजोड़ का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत व वसुंधरा राजे दोनों फौजमार कप्तान हैं। इनके गठजोड़ व कारनामे से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि दोनों ने राजस्थान में कांग्रेस और भाजपा का बंटाधार करने की सुपारी ले रखी है।
बेनीवाल ने कहा कि हाल ही में राजस्थान में जब कांग्रेस पार्टी की आपसी लड़ाई से सियासी संकट आया, उसमें राजे ने भाजपा का पक्ष लेने की बजाए गहलोत सरकार को बचाने में पूरी मदद की। उनके सियासी सिपाही उस समय अक्सर गहलोत के आवास पर नजर आते थे। राजस्थान में खान घोटाले, माथुर आयोग बनाकर लीपापोती करना, एकल पट्टा प्रकरण, बजरी व परिवहन घोटाला,फन किंगडम स्कैम सहित ऐसे कई उदाहरण हैं जिनमे गहलोत-वसुंधरा ने एक दूसरे की मदद करके एक दूसरे को कानूनी कार्रवाई से बचाया।
नागौर सांसद ने आगे कहा कि 2 वर्षों से प्रदेश में अपराध चरम पर है। महिला अपराधों से राजस्थान को शर्मसार होना पड़ा उसके बावजूद वसुंधरा राजे का कोई बयान तक नही आया। कांग्रेस की तरफ से जब भी भाजपा पर आरोप लगे तब राजे अक्सर चुप ही नजर आई। यह बातें राजे-गहलोत के गठजोड़ की कहानी को बयां करती है।
बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का नार्को टेस्ट होना चाहिए। क्योंकि विगत 22 वर्षों से इन दोनों के आपसी गठजोड़ से जनता त्रस्त है व दोनों ने एक दूसरे के भ्रष्टाचार पर पर्दा डाला है। गहलोत-वसुंधरा के गठजोड़ की सच्चाई जनहित में मजबूती से सामने आना आवश्यक है। इसलिए पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से इन दोनों के नार्को टेस्ट की मांग करता हूं।
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का नार्को टेस्ट होना चाहिए क्योंकि विगत 22 वर्षों से इन दोनों के आपसी गठजोड़ से जनता त्रस्त है व दोनों ने एक दूसरे के भ्र्ष्टाचार पर पर्दा डाला है…
— HANUMAN BENIWAL (@hanumanbeniwal) December 18, 2020