नई दिल्ली। ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका के नए कोरोना वायरस स्टेन की जो रिपोर्टें सामने आई है, उससे यह मालूम पढ़ता है कि यह काफी आसानी से अधिक लोगों में फैलने लगी है, लेकिन वायरस विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि यह नया वायरस, टीकों के लिए कोई चिंता पैदा कर सकते हैं या नहीं।…और क्या यह कोई अधिक गंभीर बीमारी भी हो सकती है इसपर भी कुछ साफ नहीं है। बताया गया कि वायरस स्वाभाविक रूप से एक दूसरे में फैलता है और शरीरों में विकसित होता है, इसलिए हमें हर साल एक ताजा फ्लू शॉट की आवश्यकता होती है। बता दें कि COVID-19 बने नए वेरिएंट या स्टेन को लगभग एक साल पहले चीन में पाया गया था।
शनिवार को प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन ने नए वायरस को देखते हुए किसी भी हानि को टालने के लिए नए प्रतिबंधों की घोषणा की। वहीं, कई यूरोपीय संघ के देश और कनाडा कैसे भी प्रसार को रोकने के लिए यू.के. से कुछ उड़ानों को प्रतिबंधित या सीमित कर रहे हैं।
क्या है चिंता का कारण?
U.K और U.S. में स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा कि स्ट्रेन दूसरों की तुलना में अधिक आसानी से संक्रमित कर रहा है, लेकिन अभी तक इसका कोई घातक प्रमाण नहीं मिला है। ब्रिटिश सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार पैट्रिक वालेंस ने कहा कि स्ट्रेन ‘तेजी से आगे बढ़ रहा है और प्रमुख संस्करण बन रहा है’ जिसके कारण दिसंबर तक लंदन में 60% से अधिक संक्रमण हो गया।