किसानों का आंदोलन 31वें दिन भी जारी है. किसान, दिल्ली के सर्द मौसम में डटे हुए हैं. सरकार लगातार किसानों को समझाने बुझाने का प्रयास कर रही है, मगर अब तक किसान सरकार की बात मानने के बजाए कृषि कानूनों को खत्म करने पर अड़े हैं. शनिवार को किसान मोर्चा ने सरकार से 29 दिसंबर को बैठक बुलाने का प्रस्ताव दिया है.
NDA की सहयोगी पार्टी ने साथ छोड़ा
एनडीए (NDA) के सहयोगी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक हनुमान बेनीवाल ने NDA छोड़ने का ऐलान कर दिया. उन्होंने कहा, ‘मैं एनडीए छोड़ने का ऐलान करता हूं.’ आरएलपी से पहले कृषि कानूनों के विरोध में अकाली दल भी एनडीए छोड़ चुकी है.
इससे पहले बेनीवाल ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के पास 303 सांसद हैं जिस वजह से वह कृषि कानूनों को वापस नहीं ले रही है. 1,200 किलोमीटर दूर राजस्थान के किसान दिल्ली की तरफ कूच कर रहे हैं. एनडीए में बने रहने के बारे में उन्होंने कहा कि हरियाणा बॉर्डर के शाहजहांपुर में बैठक के बाद एनडीए में रहने या छोड़ने पर फैसला लिया जाएगा.