कोरोना वायरस टीकाकरण की शुरुआत हो गई है। 78 साल की एक बुजुर्ग महिला को वैक्सीन की पहली डोज दी गई। महिला पहले हाउसकीपर के तौर पर काम करती थी और उत्तर पेरिस में रहती है। उसे सेवरन के एक अस्पताल में डोज दिया गया। इशके बाद उसने कहा कि वह पूरी तरह से ठीक है। टीकाकरण शुरू होने के ठीक बाद राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने ट्वीट करके कहा कि वायरस के खिलाफ हमें नया हथियार मिल गया है : वैक्सीन। वैक्सीन लगवाना अनिवार्य नहीं है। हमें अपने शोधकर्ताओं और डॉक्टरों पर विश्वस रखने की जरूरत है।
गौरतलब है कि मैक्रों भी कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। वह 17 दिसंबर को कोरोना से संक्रमित पाए गए थे। एक रिपोर्ट के अनुसार फ्रांस के केवल 40 फीसद लोग कोरोना के खिलाफ टीकाकरण कराना चाहते हैं। यहां लोगों को मुफ्त में वैक्सीन मुहैया कराई जा रही है। देश के 7,000 नर्सिंग होम और संबंधित सुविधाओं में फरवरी के अंत तक 1 मिलियन लोगों बूढ़े और संवेदनशील को टीका लागने की तैयारी है। देश में अब तक 26 लाख 16 हजार से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं और 62 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।
ओमान में भी कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू
ओमान में भी कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो गई है। देश दो दिन बाद से विमान सेवाओं को फिर शुरू करने और और अपनी सीमाओं को खोलने की तैयारी में है, जो कोरोना के नए स्ट्रेन के कारण अस्थायी रूप से बंद हैं। अभियान के पहले चरण में संवेदनशील लोगों, बुजुर्गों और स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया जाएगा। खाड़ी क्षेत्र में कोरोना के कारण सबसे ज्यादा मौत के मामले में ओमान दूसरे नंबर पर। वह कोरोना टीकाकरण शुरू करने वाला खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के सदस्यों का आखिरी देश है। इस परिषद में छह देश हैं। यहां फाइजर-बायोएनटेक के वैक्सीन का इस्तेमाल होगा। स्वास्थ्य मंत्री अहमद अल-सईदी रविवार को अभियान शुरू होने के तुरंत बाद टीका प्राप्त करने वाले पहले नागरिक बने।