गर्मियों के सबसे पसंदीदा फल तरबूज है. तरबूज खाने से वजन भी कंट्रोल होता है. शरीर में पानी की कमी भी नहीं है. गर्मियों में पानी की जरूरत बहुत होती है, इसीलिए इस फल का सेवन करना अति आवश्यक है. कई लोग जल्दबाजी में तरबूज खरीद लेते हैं ऐसे में वह कच्चा या अध्पक्का निकलता है.
इन 3 तरीकों से मिलावट की जाती है:
एरिथ्रोसाइट; तरबूज में लाल रंग देने के लिए इंजेक्ट किया जाता है. यह एक प्रकार का रंग है, जिससे ज्यादा मात्रा में खाने से हमें कई बीमारियां हो सकती है. क्योंकि रंग का सेवन करने से ही मनुष्य को बीमारी फैलने का डर होता है.
वैक्स; इंजेक्ट किए हुए तरबूज में चमक बढ़ाने के लिए कोटिंग की जाती है. और यह एक तरह का इंजेक्शन है.
ऑक्सीटोसिन हॉर्मोन;यह एक तरह का हॉर्मोन है , जिसे महिलाएं या पशुओं को प्रसव के दौरान लगाते हैं. इसका इस्तेमाल फलों का आकार बढ़ाने के लिए किया जाता है.
तरबूज खरीदने के तरीके सीखे:
- एक ठोस बढ़िया तरबूज उथाए और देखें कि खरोच या कटे हुए निशान तो नहीं है. अगर तरबूज में उभहार हो तो आप समझ सकते हैं कि उगते समय उसे नियमित रूप से धूप और पानी नहीं मिला है, जिसकी वजह से एक समान नहीं है. वह सूखा हुआ है तो इसे ना ले.
- तरबूज आकार के हिसाब से भारी होना चाहिए इससे पता चलता है कि वह पानी से भरा हुआ है और अच्छा वह पका है, चाहे तो तरबूज के वजन की तुलना एक दूसरी उसी आकार के तरबूज से कर सकते हैं. दोनों से ज्यादा भारी तरबूज ज्यादा पका हुआ होगा. यह ट्रिक करीब-करीब सब फल और सब्जियों को खरीदते समय ध्यान रखना आवश्यक है. तरबूज के एक हिस्से में पिला स्पॉट या धब्बा है तो समझिए कि वह पूरी तरीके से पका हुआ है. इसलिए जितना ज्यादा गहरा रंग का हो उतना ही अच्छा है. अगर फील्ड स्पॉट और सफेद रंग का हो या बिल्कुल ना हो तो आप समझ सकते हैं कि उसे पकने से पहले ही तोड़ लिया गया है. फिर इसे इंजेक्ट करके पकाया गया है. एक तरबूज गहरे हरे रंग का दिखना चाहिए ज्यादा चमकदार नहीं होना चाहिए, क्योंकि चमकदार तरबूज और ज्यादा गहरा हरा रंग होने पर यह इसमें मिलावट की आशंका बढ़ सकती है.
पुरानी और अनुभवी लोग तरबूज को बजाकर पहचान कर लेते थे. तब उसको बचाने से अगर उसमें भारी आवाज आए तो समझ जाए यह पक्का है, अगर सच्चा होगा तो थप थप की आवाज आएगी।
इंजेक्ट तरबूज की पहचान कैसे होगी:
*अगर तरबूज इंजेक्ट करके पकाया गया है तो यह चारों तरफ से एक जैसा दिखेगा।
*तरबूज काटने पर एक समान लाल रंग का दिखना चाहिए अगर ऐसा नहीं है तो यह इंजेक्टेड है.
*तरबूज के जिस हिस्से में केमिकल का ज्यादा असर हुआ तो वह अंदर से ज्यादा पका गया होगा या गला हुआ दिखेगा. खाने पर इसका स्वाद पानी सा लगेगा. *अगर सही होगा तो इसका स्वाद मीठा और एक समान लगेगा, डंठल के जरिए वह तरबूज एक नेचुरल तरीके से पकने के बाद तोड़े जाने पर कालि या सुखी पड़ सकती है.