रायपुर : राजधानी रायपुर सेंट्रल जेल में पैरोल के बाद लौटे चार बंदियों की रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आने के बाद हड़कंप मच गया है। सभी का इलाज सेंट्रल जेल के अंदर बनाए गए कोविड-19 वार्ड में चल रहा है। 31 दिसंबर और एक जनवरी को तकरीबन 150 बंदी जेल लौटे। उनका कोरोना टेस्ट हुआ। उनमें से चार की रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आने से जेल प्रशासन में खलबली मच गई है।
बता दें कि मार्च से नवंबर तक रायपुर जेल से 3,224 बंदी पैरोल में छोड़े गए थे। पैरोल की तारीख खत्म होने के बाद लौटने वाले बंदियों ने जेल प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। प्रदेश भर से 20 हजार बंदी पैरोल में छोड़ गए थे। कोरोना काल से ही जेल प्रशासन लगातार सतर्क है। प्रत्येक दिन आने वाले कैदी और बंदियों की पहले कोरोना जांच होती है। उसके बाद ही उन्हें अंदर भेजा जाता है। सेंट्रल जेल रायपुर में कोविड-19 के आठ वार्ड बनाए गए हैं, जिसमें कोरोना पाजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है।
इस मामले में रायपुर सेंट्रल जेल के डीआइजी केके गुप्ता ने बताया कि जेल प्रशासन ने कोरोना पाजिटिव बंदियों के इलाज की पूरी तैयारी कर रखी है। जेल परिसर में ही आठ कोविड-19 वार्ड बनाए गए हैं, जहां पैरोल से लौटे चार कोरोना पाजिटिव बंदियों का इलाज शुरू कर दिया गया है।