रायपुर। केंद्रीय गृह विभाग ने 2020 बैच के आईपीएस का राज्यवार अलॉटमेंट कर दिया है। इसमें छत्तीसगढ़ को 8 आईपीएस मिलेंगे। इनमें तीन होम कैडर यानी छत्तीसगढ़ के ही हैं, जबकि पांच अन्य राज्यों के हैं। राज्य बनने के दो दशक बाद पिछले साल प्रदेश को 8 आईपीएस मिलने थे, लेकिन उनमें से केवल 5 ही यहां आए और बाकी का आईएएस में सेलेक्शन हो गया।
इस साल यूपी, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र के बाद सबसे अधिक छत्तीसगढ़ को मिलेंगे। ये आंकड़ा मध्यप्रदेश, गुजरात और राजस्थान से भी ज्यादा है। छत्तीसगढ़ में आईपीएस कैडर 139 अफसरों का है। डीजीपी डीएम अवस्थी के मुताबिक प्रदेश में एसपी रैंक के अफसरों की बड़ी जरूरत है।
क्योंकि उच्च स्तर पर तो पर्याप्त अफसर हैं। डीजीपी ने बताया कि जल्द ही नए सिरे से कैडर रिव्यू का प्रस्ताव एमएचए को भेजेंगे। छत्तीसगढ़ का कैडर रिव्यू दो साल पहले हुआ था। बता दें कि अभी आईजी रैंक के चार ही अफसर हैं, इसलिए पी. सुंदरराज और रतनलाल डांगी बस्तर और बिलासपुर रेंज के प्रभारी आईजी हैं। 20 डीआईजी हैं, जिनमें आठ डेपुटेशन पर हैं।
छत्तीसगढ़ को मिल रहे आठ आईपीएस में 3 छत्तीसगढ़ मूल से चुने गए अफसरों का हो सकता है। 8 में सामान्य के लिए 4 सीट होगी। इनमें एक होम कैडर, जबकि 3 अन्य राज्य के होंगे। वहीं ओबीसी के लिए तीन सीट रिजर्व होगी। ओबीसी कैटेगरी में भी एक होम कैडर के लिए होगा, जबकि 2 दूसरे राज्यों के होंगे। एससी कैटेगरी में कोई सीट नहीं है, जबकि एसटी में 1 सीट है, जो छत्तीसगढ़ के लिए रिजर्व होगा।