नई दिल्ली। भारत और मेजबान ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेला गया। सोमवार 11 जनवरी को मुकाबले का आखिरी दिन था। ये दिन काफी दिलचस्प रहा। पहले सत्र की शुरुआत में ऑस्ट्रेलियाई टीम आगे दिख रही थी, लेकिन पहले सत्र के खत्म होने के बाद ड्राइविंग सीट पर भारतीय टीम थी।
एक समय ऐसा लग रहा था कि भारत ये मुकाबला जीत सकता है, लेकिन दूसरे सत्र में जैसे ही रिषभ पंत और चेतेश्वर पुजारा के विकेट गिरे तो फिर भारत ने इस मैच में हार टालने की ठानी। भारत के 5 विकेट गिर चुके थे। क्रीज पर हैमस्ट्रिंग से जूझ रहे हनुमा विहारी और आर अश्विन थे। दोनों ने करीब 250 गेंदों का सामना किया, लेकिन विकेट नहीं गंवाया। इसी के दम पर भारत ने मुकाबला ड्रॉ कराया।
इस मुकाबले की बात करें तो ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 338 रन बनाए थे। इसके जवाब में भारतीय टीम 244 रन बनाकर ढेर हो गई थी। इस तरह ऑस्ट्रेलिया को 94 रनों की बढ़त मिली थी। ऐसे में अपनी दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया ने 312 रन बनाए और पारी की घोषणा कर दी। इस तरह भारत को जीत के लिए 407 रन का लक्ष्य मिला था। इसके जवाब में भारत को मैच के चौथे दिन के खेल समाप्त होने तक 2 बड़े झटके लगे थे और टीम 32 ओर में कुल 98 रन बना पाई थी।
मुकाबले के पांचवें दिन के खेल समाप्त होने तक भारत ने 131 ओवर में 5 विकेट खोकर 334 रन बनाए। भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया द्वारा दिए गए 407 रन के लक्ष्य से 73 रन पीछे रह गई, लेकिन मुकाबला ड्रॉ रहा, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया की टीम बाकी के 5 विकेट नहीं निकाल सकी और भारत 407 रन नहीं बना सका। भारत के लिए मैच हनुमा विहारी और आर अश्विन ने बचाया। विहारी ने 161 गेंदों पर 23 रन और अश्विन ने 128 गेंदों पर नाबाद 39 रन बनाए।