प्रदेश में धान खरीदी को आज 1 माह और 12 दिन पूरे हो चुके हैं। बारदाने की कमी की वजह से धान खरीदी की दिक्कतों को लेकर जहां किसानों का गुस्सा फूट रहा है, वहीं राज्य सरकार को कोसा जा रहा है। किसान इसके लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार मान रही है, जबकि सरकार इसका ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ती है। इस मामले को लेकर आज युकांईयों ने मोदी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
राजधानी में युवक कांग्रेस के प्रदेश सचिव स्वप्निल मिश्रा के नेतृत्व में युकांईयों ने प्रदेश भाजपा कार्यालय और उनके शीर्ष नेताओं के घेराव का मन बना लिया था। बड़ी तादाद में युकांई एकात्मक परिसर को घेरने के लिए निकल पड़े, जिसकी सूचना पुलिस को पहले ही मिल चुकी थी। इससे पहले कि युकांई एकात्म परिसर पहुंच पाते, पुलिस ने 400 मीटर पहले ही उन्हें रोक दिया।
प्रदर्शनकारियों ने रोके जाने पर गुस्सा जाहिर करते हुए मौके पर थाली बजाना शुरू कर दिया और केंद्रीय नीति के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने फरिश्ता काॅम्प्लेक्स के पास मोदी सरकार के खिलाफ काफी देर तक नारेबाजी करते रहे। वहीं उनके हाथों में केंद्रीय नीति के खिलाफ लिखी हुई तख्तियां थी, जिसे दिखाकर वे प्रदर्शन करते रहे।