नई दिल्ली। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट मैच को ड्रॉ कराने के बाद टीम इंडिया चौथे टेस्ट मैच के लिए ब्रिस्बेन मंगलवार को पहुंच गई। अजिंक्य रहाणे की कप्तानी वाली टीम इंडिया को गाबा के नजदीक के एक आलीशान होटल में ठहराया गया है। सिडनी में टीम इंडिया के खिलाड़ियों के साथ जिस तरह का बर्ताव हुआ उससे पहले ही क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने साफ कर दिया था कि, चौथा टेस्ट मैच ब्रिस्बेन के गाबा में ही खेला जाएगा। हालांकि इस टेस्ट मैच को लेकर कई तरह की खबरें सामने आई थी जिसमें एक ये भी थी कि इसके खेले जाने पर सस्पेंस है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक टीम इंडिया ने फाइव स्टार होटल को लेकर नाराजगी जाहिर की है जो मैच स्थल से चार किलोमीटर दूर है। हालांकि खिलाड़ियों ने रूम के कमरे को शानदार बताया है, लेकिन उन्होंने कथित तौर पर अपने कमरों को सभी व्यावहारिक उद्देश्यों के लिए जेल के तौर पर वर्णित किया है। रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय टीम होटल रूम के अंदर स्पष्ट रूप से फंस गई है।
भारतीय दल के सदस्यों ने होटल के बारे में बताते हुए कहा है कि, हमें अपने कमरों में बंद कर दिया गया है। हमें अपने बिस्तर खुद ही करने हैं और साथ में अपने टॉयलेट की सफाई भी खुद ही करनी है। हमारे लिए खाना भारतीय रेस्तरां से आएगा जो हमें हमारी मंजिल पर ही दिया जाएगा। हमें जो फ्लोर दिया गया है हम उस मंजिल से बाहर नहीं जा सकते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, मेहमान टीम के सदस्यों ने यह भी खुलासा किया है कि पूरा होटल खाली है, लेकिन खिलाड़ियों को स्विमिंग पूल और जिम सहित किसी भी सुविधा का उपयोग करने की अनुमति नहीं है। होटल के सभी कैफे और रेस्तरां भी बंद हैं। ताजा घटनाक्रम ब्रिस्बेन के लॉकडाउन के समाप्त होने के बाद आया है क्योंकि शहर में किसी भी नए कोविड-19 मामलों का पता नहीं चला है। दोनों देशों के बीच चौथा व आखिरी टेस्ट मैच 15 जनवरी से खेला जाएगा।
बीसीसीआइ के एक अधिकारी ने अपना नाम उजागर नहीं किए जाने की शर्त पर पीटीआइ से कहा कि, होटल में किसी भी तरह की रूम सर्विस या फिर हाउसकीपिंग सुविधा नहीं दी गई है। जिम में सिर्फ बुनियादी सुविधाएं हैं और वो इंटरनेशनल लेवल का नहीं है साथ ही हमें स्विमिंग पूल के इस्तेमाल की इजाजत नहीं है। हमसे जिस तरह का वादा किया गया था उस तरह की सुविधा हमें नहीं दी गई है।