प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज देश को आखिरकार कोरोना की वैक्सीन मुहैया करा ही दी। तीन माह पहले किए अपने वायदे को पीएम मोदी ने आज पूरा कर दिखाया। देश के करोड़ों लोग, जो इस महामारी की वजह से हलाकान हैं, उन्हें अब राहत मिलेगी। देश के नाम संदेश में पीएम मोदी ने देश के वैज्ञानिकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने जो मेहनत की है, वास्तव में अद्भूत है।
पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे ही दिन के लिए राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकन ने कहा था कि मानव जब जोर लगाता है, तो पत्थर पानी बन जाता है। पीएम मोदी ने नीति और नियमों के प्रति देश के लोगों को सजग करते हुए कहा कि इस कोरोना काल में जाने कितनी मांओं की गोद सूनी हो गई, कितनों के सुहाग छिन गए, कितनों के सिर से पिता का साया छिन गया, उसे नहीं भूलाया जा सकता। कोरोना की वजह से हुई मौतों पर भावुक होते हुए प्रधानमंत्री मोदी की आंखें भर आईं। पीएम मोदी ने खुद को संभालते हुए कहा कि भारत दुनिया के उन देशों में से है, जो लड़ना जानता है, जीतना जानता है। हमने जो खोया है, उसका दर्द तो जीवनभर रहेगा, पर हमें उठकर खड़े होना है, दौड़ना है, इस सच्चाई को नकारा नहीं जा सकता।