- किसानों और मजदूरों का दर्द क्या जानेंगे सावरकर और गोडसे के वंशज – राजेंद्र साहू
– किसानों के आंदोलन को कुचलने का प्रयास कर रही है केंद्र सरका
दुर्ग@नसीम फारूकी, केंद्र सरकार द्वारा थोपे गए तीनों कृषि कानूनों का कड़ा विरोध करते हुए कांग्रेस ने केंद्र की भाजपा सरकार पर कड़ा प्रहार किया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेंद्र साहू ने तीखे शब्दों में कहा है कि किसानों और मजदूरों का दर्द सावरकर और गोडसे के वंशज क्या जानेंगे। सावरकर और गोडसे के वंशजों के विचार किसान, मजदूर और आम जनता के हितों के लिए नहीं होते हैं।
राजेंद्र ने कहा कि एक ओर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचार को लेकर चलने वाली कांग्रेस की पूर्व सरकारों ने पूरे देश में रोजगार उपलब्ध कराने नित नए उपक्रम बनाए। हरित क्रांति व श्वेत क्रांति के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत किया। सिंचाई के लिए बड़े-बड़े बांध बनवाए। न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू करने के साथ ही खाद और कीटनाशक दवाइयों में सब्सिडी, मनरेगा और राहत कार्य के माध्यम से मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराया।
दूसरी ओर सावरकर और गोडसे के वंशज और उनके विचारों पर चलने वाली पार्टी की सरकार सार्वजनिक उपक्रम बेचने में लगी है। राजेंद्र ने कहा कि किसान विरोधी तीन कृषि विधेयक लाकर लोगों को बेरोजगार बनाने की कोशिश की जा रही है। कृषि विधेयक का विरोध कर रहे किसानों के आंदोलन को कुचलने का प्रयास लगातार किया जा रहा है। किसान आंदोलन के दौरान अब तक लगभग 60 से ज्यादा किसान शहीद हो चुके । केंद्र की भाजपा सरकार सार्थक चर्चा करने की जगह नित नए बहाने बना रही है। टालमटोल करते हुए ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है।
राजेंद्र ने कहा कि केंद्र सरकार की यह नीति किसानों के प्रति उनकी बदनीयती को दर्शाती है। भाजपा सरकार इस विधेयक से मिलने वाले लाभ को किसानों को समझाने में विफल रही है। इस बिल से किसानों व आम जनता को लाभ नहीं मिलने वाला है, बल्कि यह बिल पूंजीपतियों को लाभ देने वाला बिल है।
राजेंद्र ने आगे कहा कि गांधी के विचारों को लेकर चलने वाली कांग्रेस सरकार ने किसान हित में किसानों का कर्ज माफ किया। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत किसानों को प्रति एकड़ दस हजार रुपए का प्रोत्साहन राशि दिया जा रहा है। गोधन न्याय योजान के तहत 2 रुपए प्रति किलो की दर से गोबर खरीदी की जा रही है। वनांचल में लगभग 52 वनोपज की समर्थन मूल्य पर खरीदी हो रही है।
मनरेगा के तहत 26 लाख मजदूरों को प्रतिदिन रोजगार देकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचार को आगे बढ़ाने का काम कांग्रेस ने किया है। राजेंद्र ने कहा कि भाजपा की सरकार वास्तव में किसान हित में फैसले लेना चाहती है तो प्रदेश की भूपेश सरकार से सबक सीखे और छत्तीसगढ़ सरकार के फैसलों को पूरे देश में लागू करें।
किसानों और मजदूरों का दर्द क्या जानेंगे सावरकर और गोडसे के वंशज – राजेंद्र साहू – किसानों के आंदोलन को कुचलने का प्रयास कर रही है केंद्र सरकार
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