डिजिटल लेनदेन बढ़ने के बाद से भारत में ऑनलाइन धोखाधड़ी चरम पर है। ऑनलाइन लेनदेन करते समय और विभिन्न व्यापारियों से ऑनलाइन सेवाएं लेते समय सावधानी बरतना बहुत जरूरी हो गया है। अगर खाताधारक चौकस और जागरूक हो तो इन धोखाधड़ी से काफी हद तक बचा जा सकता है। ICICI बैंक ने अपने ग्राहकों को एक ईमेल में, बैंकिंग धोखाधड़ी से बचने के उपाय बताए हैं।
ICICI बैंक ने तीन टिप्स शेयर किया है जो फ्रॉड की पहचान करने में सहायक होगी
पहला, BP-BeanYTM: आपका KYC सफलतापूर्वक अपडेट हो गया है। अब आप 1,300 रुपये के कैशबैक के लिए पात्र हैं। अपनी कैशबैक यात्रा का दावा करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें, http: // 311agtr
आईसीआईसीआई बैंक का कहना है कि वह किसी भी तरह का केवाईसी रिवॉर्ड नहीं देता है। यह स्पष्ट रूप से फेक है। ऊपर दिया गया लिंक नकली है।
Y-Cash 2: जब ऐसा मैसेज आये, लिखा हो बधाई हो आपके खाते में 3,30,000 रुपये जमा किए गए हैं। इसकी प्रक्रिया के लिए कृपया अपना डिटेल http://i2urewards.cc/33 पर भरें।
ICICI बैंक का कहना है कि कोई भी कंपनी कभी भी मुफ्त में इतनी अधिक मात्रा में नकदी नहीं देती है और ऊपर दिए गए मैसेज नकली लगता है। ऐसे मेसेज से आप बचकर रहें।
तीसरा, [email protected]: आईटी रिफंड देना शुरू कर दिया गया है। इसका दावा करने का आज आखिरी दिन है। इसके लिए आप Http://itr.trn./toref पर जाएं।
ICICI बैंक का कहना है कि संदिग्ध आईडी पर ध्यान दें। यह फेक है।
इससे पहले भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने भी अपने ग्राहकों को सतर्क रहने और ऑनलाइन नौकरी पाने के दावे की पोल खोलते हुए इससे बचने की सलाह दी थी।
SBI ने क्या कहा था
एटीएम या पीओएस मशीन पर एसबीआई एटीएम कार्ड का उपयोग करते समय कीपैड को कवर करने के लिए अपने हाथ का उपयोग करें।
अपना SBI पिन/कार्ड डिटेल कभी भी किसी के साथ साझा न करें।
अपने कार्ड पर कभी भी एसबीआई पिन न लिखें।
अपने पिन या कार्ड के डिटेल के लिए संदेश, ईमेल या कॉल का जवाब न दें।
अपने जन्मदिन, फोन, या अकाउंट नंबर से अपने पिन के रूप में संख्याओं का उपयोग न करें।
अपनी लेनदेन रसीदें हटा दें।
अपना लेनदेन शुरू करने से पहले जासूसी कैमरों की तलाश करें।
एटीएम या पीओएस मशीन का उपयोग करते समय कीपैड मैनिपुलेशन, हीट मैपिंग और शोल्डर सर्फिंग से सावधान रहें।
साइबर अपराध की शिकायत कैसे दर्ज करें:
साइबर अपराध शिकायत दर्ज करने के लिए, आपको साइबर अपराध पोर्टल (https://cybercrime.gov.in/) पर जाना होगा और ‘रिपोर्ट अन्य साइबर अपराध’ पर क्लिक करना होगा और फिर ‘शिकायत दर्ज करें’ विकल्प पर क्लिक करना होगा। तुरंत कार्रवाई के बारे में शिकायत दर्ज करते समय सही और सटीक डिटेल देना अनिवार्य है। इमरजेंसी हालत में आप स्थानीय पुलिस से संपर्क कर सकते हैं।