आधुनिक युग में भी लोग अंधविश्वास करने से पीछे नहीं हटते और वे इस चक्कर में ऐसे कदम तक उठा देते हैं कि जिसके बाद उनके पास पछताने के अलावा कुछ नहीं रहता। ऐसा ही एक हैरान कर देने वाला मामला आंध्र प्रदेश के चित्तूर से सामने आया। जहां माता-पिता ने ही अपनी दो बेटियों की अंधविश्वास के चलते हत्या कर दी।
मृतक अलेख्या की उम्र 27 साल थी और वो भोपाल में पोस्टग्रेजुएशन कर रही थी वहीं दूसरी बेटी सई जिसकी उम्र 22 साल थी जो बीबीए की पढ़ाई के साथ ही संगीत सीख रख रही थी। लेकिन दोनों के माता-पिता ने अंधविश्वास के चक्कर में अपनी बेटियों को मार डाला।
मां कर रही थी भगवान शिव होने के दावा
पुलिस इस पूरे मामले को अंधविश्वास से जोड़ रही है वहीं जब पुलिस ने आरोपी पद्मजा को कोरोना का इलाज करवाने के लिए सरकारी अस्पताल में ले जाने को कहा तो उसने मना कर दिया औऱ खुद को भगवान शिव बताया। लेकिन जब महिला नहीं मानी तो पुलिस ने अपनी गाड़ी में ही कोरोना का टेस्ट किया। जिसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया।