रायपुर। दिल्ली लाल किला में हुए घटना ने सब को झकझोर कर रख दिया है। आन्दोलनकारियों के उग्र प्रदर्शन से दिल्ली कांप उठा। इसे लेकर कई तरह के बयान सामने आए है। पुलिस ने अब तक 200 से ज्यादा लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है। वही भाजपा सांसद के सबसे करीबी व्यक्ति द्वरा झंडा लहराने को लेकर विपक्ष ने केंद्र सरकार को घेरने का प्रयास किया है। विपक्ष और किसान आन्दोलन में शामिल नेताओं ने आरोप लगते हुए कहा है कि यह घटना अनोदलन को तोड़ने का प्रयास था। जिस संघठन ने यह काम किया है उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। वही छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने इसे लेकर बयान दिया है।
छत्तीसगढ़ के कृषि, जल संसाधन और संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे ने दिल्ली किसान आंदोलन में हिंसा को सरकार प्रायोजित बताया है। उनका कहना था, लोकतंत्र में हिंसा की कोई जगह नहीं है। लेकिन कल की हिंसा सरकार प्रायोजित थी।
रविंद्र चौबे ने आज रायपुर में कहा, हिंदुस्तान के लोकतंत्र में हिंसा और तोड़फोड़ का कोई स्थान नहीं है। लेकिन कल हुई हिंसा हमें सरकार के द्वारा प्रायोजित लगती है। लाल किले में सामान्य दिनों में कोई व्यक्ति घुस भी नहीं सकता। लाल किला इतना सुरक्षित एरिया माना जाता है, सुरक्षा की इतनी चाक-चौबंद व्यवस्था होती है कि वहां परींदा भी पर नहीं मार सकता।
कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा, भाजपा के सांसद का सबसे करीबी व्यक्ति झंडा लेकर लालकिला की प्राचीर पर चढ़ जाए और झंडा फहराये तो यह दूर से दिखाई देता है कि यह सरकार के द्वारा प्रायोजित घटना है।