रायपुर। कोरोना काल के बाद आज प्रदेश में नक्सलवाद को लेकर यूनीफाइड कमांड की एक बड़ी बैठक दोपहर तीन बजे होने वाली है। इस बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करेंगे। बैठक में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, डीजीपी डीएम अवस्थी के अलावा गृह विभाग के तमाम अफसर मौजूद रहेंगे। वहीं बस्तर आईजी पी. सुंदरराज की उपस्थिति अनिवार्य है।
विदित है कि गणतंत्र दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री दो दिवसीय प्रवास पर बस्तर में रहे, वहीं आज सुबह तक उन्होंने उत्तर बस्तर का हाल-चाल जाना और राजधानी लौट आए। इन चार दिनों में उन्होंने बस्तर के हालात का जायजा लिया है, जिसके बाद यूनीफाइड कमांड की बैठक आहूत की है। प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री बघेल ने कुछ खास बातों पर ध्यान दिया, जिसके बाद उन्होंने कहा था कि ’’माओवादी अब सुपारी किलर की भूमिका में आ चुके हैं’’। उनके इस कथन का तात्पर्य आसानी से समझा जा सकता है कि किस उद्देश्य के चलते उन्होंने यह बात कही है।
यूनीफाइड कमांड की इस बैठक में सीआरपीएफ के मौजूदा अधिकारी सहित पैरामिलिट्री फोर्स के अन्य अफसर भी मौजूद होंगे। इस बैठक में नक्सलवाद से निपटने की पूरी रणनीति पर विचार-विमर्श होगा, वहीं नई रणनीतियों पर चर्चा होगी। इसके अलावा पड़ोसी प्रभावित प्रदेशों से भी समन्वय स्थापित करने की दिशा में चर्चा की जाएगी।
राज्य गठन के बाद से नक्सलवाद के खिलाफ सरकारों ने अब तक दावा किया है, लेकिन वास्तव में उसका सही लाभ प्रदेश की जनता को नहीं मिला है, जबकि शहादत ने पूरे प्रदेश को शर्मसार किया है। नक्सल मोर्चे पर तैनात हजारों जवानों की मौतें आज भी इंसाफ मांग रही हैं, बस्तर की खून से लाल हो चुकी धरती, नक्सलवाद से आजादी मांग रही है, लेकिन कोई भी सफलतम रणनीति नहीं बन पाने की वजह से नक्सलवाद पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।