रायपुर । डॉ. रमन सिंह अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। बूढ़ा तालाब का रायपुर की जनता के लिए विशेष महत्व है। इससे हमारा अस्तित्व जुड़ा हुआ है। यह हमारी धरोहर, पहचान एवं अस्मिता का प्रतीक है। रमन सिंह के १५ वर्षों के कार्यकाल में बूढ़ा तालाब की सफ़ाई एवं सौंदर्यीकरण के नाम पर करोड़ों का गोल माल किया गया।
आज जब रायपुर की जनता स्वस्फूर्त होकर बूढ़ा तालाब की सफ़ाई के लिए उठ खड़ी हुई तो उनसे बर्दाश्त नहीं हो पा रहा है। उन्हें अपने ग़ैर ज़िम्मेदाराना बयान के लिए रायपुर की जनता से माफ़ी माँगनी चाहिए।
छत्तीसगढ़ में अन्य राज्यों से आने वाले तथा राज्य के श्रमिकों के लिए जो अच्छी व्यवस्था की गयी है उसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है। रमन सिंह में ज़रा भी नैतिकता बाक़ी है तो उन्हें भूपेश बघेल जी की तारीफ़ करना चाहिए और यदि सलाह देनी ही है तो गुजरात, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्रियों को देना चाहिए जहां मज़दूरों को हर प्रकार की अमानवीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।