नई दिल्ली। देश में रक्षा क्षेत्र के बड़े सार्वजनिक उपक्रम हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को वायुसेना के लिए 83 तेजस मार्क 1 ए लड़ाकू विमान बनाने का आडर्र आज विधिवत रूप से मिल गया। बुधवार को यहां शुरू हुए एशिया के सबसे बड़े एयर शो एयरो इंडिया के उद्घाटन के मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी मे रक्षा मंत्रालय में महानिदेशक रक्षा खरीद ने HAL के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक आर माधवन को इस अनुबंध से संबंधित दस्तावेज प्रदान किए। इसके तहत HAL वायु सेना के लिए 83 मार्क 1 ए लड़ाकू विमान बनाएगा और इन पर करीब 48 हजार करोड़ रुपए की लागत आएगी। यह मेक इन इंडिया के तहत अब तक का सबसे बडा सौदा हैं।
HAL इन विमानों के दो संस्करण बनाएगी जिनमें 73 तेजस मार्क 1 ए होंगे और 10 तेजस मार्क 1 होंगे। माधवन ने एक दिन पहले ही मीडिया के सवालों के जवाब में कहा था कि पहले तेजस विमान की आपूर्ति वायुसेना को 36 महीने में की जाएगी और 9 सालों की अवधि में सभी विमान वायुसेना को सौंप दिए जाएंगे। रक्षा मंत्री ने इस मौके पर कहा कि आने वाले समय में तेजस वायु सेना के लड़ाकू विमानों के बेड़े की रीढ़ साबित होगा। उन्होंने कहा कि HAL रक्षा क्षेत्र में देश की जरूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
मालदीव और श्रीलंका जैसे मित्र देशों ने तेजस की खरीद में दिलचस्पी दिखायी है। तेजस परियोजना 2003 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय शुरू हुई थी। तेजस विमान ने अब तक विभिन्न आयोजनों और मौकों पर अपने करतब तथा जौहर दिखाये हैं और यह विमान 6000 सफल उड़ान भर चुका है। एयरो इंडिया के उद्घाटन के बाद रक्षा मंत्री ने इंडिया पैवेलियन का भी उद्घाटन किया।