समग्र शिक्षा, छत्तीसगढ़ एवं हुमाना पीपल टू पीपल इंडिया के एकीकृत प्रयास से अप्रवेशी एवं शाला-त्यागी बच्चों को गैर-आवासीय विशेष प्रशिक्षण केन्द्रो (NRSTC) का संचालन करके स्कूल से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है । इन विशेष प्रशिक्षण केन्द्रो के संचालन के लिए शासन द्वारा पढ़ाने के लिए एक अनुदेशक का व्यवस्था का प्रावधान है जो की चिन्हित बच्चों को “कदम नामक मॉड्यूल द्वारा ब्रिज कोर्स के माध्यम से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करके मुख्यधारा से जोड़े रखने का प्रयास है! “कदम मॉड्यूल राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद द्वारा अनुमोदित है। समग्र शिक्षा के जिला कार्यालय रायपुर से के. एस. पटले, जिला परियोजना समन्वयक एवं रागनी अवस्थी, सहायक परियोजना समन्वयक के सहयोग द्वारा दिनांक 9- 10 फरवरी, 2021 को 2 दिवसीय अनुदेशक प्रशिक्षण का आयोजन किया जिसमे सहयोगी संस्था हुमाना पीपल टू पीपल इंडिया के मास्टर ट्रेनरो ने कदम मॉड्यूल की पद्धति पर अनुदेशको को प्रशिक्षित किया! जिसमे परिणाम-आधारित शिक्षण और सीखने के दृष्टिकोण के बारे में अच्छी तरह से समझाया गया। इसके अलावा अनुदेशको दस चरणों और थीम मॉड्यूल पर शिक्षित किए गए। 2 दिवसीय प्रशिक्षण के माध्यम से अनुदेशको को कदम पद्धति की समझ, कदम् टूलकिट का ज्ञान, विभिन्न मूल्यांकनों की जागरूकता और उनके उचित कार्यान्वयन, पालकों एवं सामुदायिक जुड़ाव में उनकी भूमिकाओं की अच्छी तरह से जानकारी दी गई।
इस सत्र में 15 जिलों जैसे रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़, मुंगेली. दुर्ग, कोरबा, सूरजपुर, कबीरधाम, जशपुर, बेमेतरा, धमतरी, महासमुंद, बलोदाबाजार, जांजगीर-चम्पा एवम् गरियाबंद से चिन्हित 2394 बच्चों को 111 गैर-आवासीय विशेष प्रशिक्षण केन्द्रो दवारा प्रशिक्षण देना है। सभी जिलों में 2 दिवसीय अनुदेशक प्रशिक्षण का आयोजन किया जाना है, अभी तक रायपुर, रायगढ़, मुंगेली, बलोदाबाजार तयर दुर्ग जिलों में प्रशिक्षण संपन्न हो गया है। बाकि जिलों में जल्दी होना है।