बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान पर चल रहे काले हिरण के शिकार केस में एक नया ट्विस्ट आ गया है। इस मामले पर बीते मंगलवार को सलमान ने झूठा हलफ़नामा जमा कराने के लिए माफी मांगी है। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि उन्होंने माना है कि ये सब गलती से हुआ है. वहीं ये हलफ़नामा उन्होंने 18 साल पहले यानी 2003 में जोधपुर सेशन कोर्ट के सामने पेश किया था। इस केस पर 1998 से सुनवाई जारी है, वहीं गुरुवार 11 फरवरी को इस मामले में आखिरी फैसला भी आने वाला है। सलमान पर आरोप है कि उन्होंने अपनी एक फिल्म की शूटिंग के दौरान काले हिरणों का शिकार किया था।
इस केस में सुनवाई का सिलसिला पिछले दो दशकों से जारी है, वहीं अब ये मामला अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट की मानें तो हाल ही में सलमान खान के वकील हस्तीमल सारस्वत ने कहा है कि 8 अगस्त 2003 में गलती से कोर्ट को फर्जी एफिडेविट जमा कराए दिए गए थे। उनका कहना है कि ‘सलमान व्यस्त होने की वजह से भूल गए थे कि उनका लाइसेंस रिन्यू होने के लिए गया है और उन्होंने कोर्ट में कहा था कि उनका लाइसेंस मिल नहीं रहा है’।
इसके साथ ही सलमान के वकील ने अपील की है कि ‘इसके लिए सलमान खान को माफ कर दिया जाना चाहिए’। सलमान खान पर आरोप है कि उन्होंने फिल्म ‘हम साथ-साथ हैं’ की शूटिंग के दौरान एक गांव में काले हिरणों का शिकार किया था। जिसकी वजह से आर्म एक्ट के तहत उन पर केस दर्ज हुआ था और कोर्ट ने उन्हें अपने हथियार का लाइसेंस जमा करने के लिए कहा था।
उस दौरान सलमान खान ने कोर्ट में हलफ़नामा देते हुए बताया था कि उनका लाइसेंस खो गया था। इस मामले को लेकर बांद्रा पुलिस स्टेशन में FIR भी दर्ज करवाई गई थी। वहीं अब देखना होगा कि सलमान खान की इस माफी पर कोर्ट का क्या फैसला है।