रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (RPI) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मोदी सरकार में मंत्री रामदास आठवले (Ramdas Athawale) ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर उनके बयानों को लेकर जमकर निशाना साधा है. राहुल गांधी के सदन में मोदी सरकार पर कसे गए तंज पर केंद्रीय मंत्री आठवले ने एक बार फिर पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी ‘हम दो हमारे दो’ का नारा बोल रहे हैं, इसलिए ‘हम दो हमारे दो’ करना है तो राहुल गांधी को शादी करनी चाहिए.
अपनी कविता और भाषण के हटके स्टाइल के लिए माने जाने वाले केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा, “राहुल गांधी शादी करें और ‘हम दो हमारे दो’ के नियम की शुरुआत करें और अगर वह दलित लड़की के साथ शादी करते हैं तो महात्मा गांधी का सपना पूरा होगा और जातिवाद भी खत्म होगा.” रामदास आठवले ने कृषि कानूनों (Farmers Protest) के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन को गलत ठहराया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में भी कृषि कानूनों को लाने की ही बात कही थी.
‘हम दो हमारे दो’ पर राहुल गांधी का ये था बयान
दरअसल, लोकसभा (Lok Sabha) में बजट पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने किसान आंदोलन का मुद्दा उठाया और केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश की. उन्होंने ने कहा कि सालों पहले फेमिली प्लानिंग के लिए नारा था ‘हम दो हमारे दो’. जैसे कोरोना दूसरे रूप में आया है वैसे ही यह नारा दूसरे रूप में आया है. आज इस देश को 4 लोग चलाते हैं. उन्होंने आगे कहा, ‘नाम सब जानते हैं. ये किसकी सरकार है- हम दो हमारे दो.
“कुछ दिनों में तेल की कीमत हो जाएगी कम”
वहीं, पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार के पास कुछ पैसे तो आने चाहिए, कुछ ही दिनों में कीमतें कम हो जाएंगी. आठवले ने कहा, “हमने लॉकडाउन के बाद 34 लाख करोड़ से ज्यादा का बजट बनाया है. तो सरकार के पास भी राजस्व आना चाहिए, इसलिए तेल के दाम बढ़े हैं, लेकिन कुछ दिन बाद दाम कम हो जाएंगे. सरकार का जनता को तकलीफ देने का कोई विचार नहीं है.”
CM हेमंत सोरेन से की NDA में आने की अपील
इसी के साथ झारखंड की सत्तारूढ़ पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) को लेकर उन्होंने कहा कि ‘मेरी पार्टी नरेंद्र मोदी और BJP के साथ NDA में है. मैंने शिबू सोरेन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) से अपील की है कि अगर वे भी NDA में आते हैं, तो यहां भी सरकार झारखंड मुक्ति मोर्चा और BJP की रहेगी. दिल्ली में भी उनको सत्ता मिल सकती है.’ उन्होंने कहा कि झारखंड के विकास के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है और उन्हें इसके बारे में सोचना चाहिए.