रायपुर। डीजीपी डीएम अवस्थी ने आज पुलिस मुख्यालय में सभी जिलों के अपराधों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की। बैठक में अवस्थी ने कहा कि सभी जिले ग्रामीण इलाकों में घटित अपराधों में तीव्र कार्रवाई करें। इसके लिये थाना क्षेत्र के ग्रामों में भ्रमण करें साथ ही टीआई ग्रामों में पहुंचकर चौपाल का आयोजन करें। वहां पीड़ितों ,ग्रामीणों से मुलाकात करें और उनकी समस्याओं का निराकरण करें, साथ ही ग्राम से संबंधित दस्तावेजों को अद्यतन करें । इस व्यवस्था का पुलिस अधीक्षक भी स्वयं औचक निरीक्षण करें। ग्रामीण इलाकों के साथ बड़े शहरों में भी बीट सिस्टम के अनुरूप मोहल्लों एवं कॉलोनियों में जाकर बैठक आयोजित करें तथा नागरिकों से संवाद स्थापित कर अपराधों पर नियंत्रण स्थापित करने हेतु प्रभावी पुलिसिंग करें।
डीजीपी ने कहा कि महिला विरूद्ध, हत्या, लूट, डकैती जैसे गंभीर प्रकृति के अपराधों में तत्काल कार्रवाई करें। महिला एवं बाल विरुद्ध अपराधों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। रायगढ़ एवं जशपुर सहित सभी जिले महिला एवं बाल तस्करों के विरूद्ध कड़ी कारर्वाई करें।
समीक्षा बैठक में डीजीपी ने कहा कि बेसिक, विजिबल और इंपैक्टफुल पुलिसिंग पर सभी पुलिस अधीक्षक जोर दें। नागरिकों को पुलिसिंग होते हुये दिखना चाहिये, इसके लिये सामुदायिक पुलिसिंग पर विशेष जोर दें। शिकायतकर्ता से पुलिस अधीक्षक स्वयं मिलें। पीड़ितों को त्वरित न्याय दिलाना पुलिस का कर्तव्य है। आपराधिक मामलों में तेजी से चालान पेश करने के साथ ही आरोपियों को सजा दिलाकर पीड़ित को न्याय दिलाना भी प्राथमिकता होनी चाहिये।
अवस्थी ने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस पूरे देश में दूसरे स्थान पर आई है। इसका श्रेय भी सभी पुलिस अधिकारियों को जाता है। आप सभी अच्छा कार्य कर रहे हैं। पुलिसिंग के सभी क्षेत्रों में ध्यान दिया जा रहा है। अवस्थी ने निर्देश दिये कि पुलिस सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के प्रयास करे।
बैठक में एडीजी हिमांशु गुप्ता, डीआईजी एससी द्वेदी, हिमानी खन्ना, सभी आईजी एवं पुलिस अधीक्षक उपस्थित रहे।