रायपुर। आम आदमी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने आम जनता का ध्यान आकर्षित करते हुए मोदी सरकार पर हमला बोलकर कहा कि केंद्र की मोदी सरकार की गलत नीतियों व तानाशाही रवैय्ये की बदौलत आज देश मे पेट्रोल 100 का आंकड़ा छूने जा रहा है। साल 2014 से पहले यही भाजपा के लोग बड़े बड़े आंदोलन करते दिखाई देते थे, आज कहां गए वे, क्या उन्हें आज पेट्रोल, डीजल एवं घरेलू गैस के दाम में बढ़ोतरी नही पता चल रही है? या सिर्फ सत्ता हासिल करने इन आंदोलनों की बदौलत देश को गुमराह किया जाता रहा है।
पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने से ये सिर्फ वहीं तक सीमित नहीं रह जाता है। कोमल हुपेंडी ने आगे कहा कि इनके दाम बढ़ने से सभी संसाधनों पर इसका असर पड़ता है। आवागमन महंगा होने के साथ साथ रोजमर्रा की वस्तुओं के दामों पर इसका सीधा असर होता है।
जिला अध्यक्ष कमल नायक ने कहा कि आज जिस प्रकार पेट्रोल, डीजल व घरेलू गैस के दाम बढ़ रहे हैं वो देश के लिए चिंता का विषय है। केंद्र सरकार सीधे सीधे जनता की जेब पर डाका डालने का काम कर रही है। इसका असर सब्जी, अनाज, दवाइयों के साथ साथ दैनिक उपयोग की चीजों पर होता जा रहा है। वहीं, इससे जनता का ध्यान भटकाने के लिए उन्हें अन्य मुद्दों में उलझाया जा रहा है।
साल 2014 में पहली बार जब पीएम नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार बनी थी, तब पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 9.48 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 3.56 रुपये प्रति लीटर थी। मोदी सरकार ने नवंबर 2014 से जनवरी 2016 के बीच पेट्रोल व डीजल पर नौ बार एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई। इन 15 महीनों में पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर 11.77 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 13.47 रुपये प्रति लीटर करने से सरकार को वित्त वर्ष 2016-17 में दोगुना राजस्व 2,42,000 करोड़ रुपये प्राप्त हुए, जबकि वित्त वर्ष 2014-15 में यह आंकड़ा 99,000 करोड़ रुपये था।
सरकार ने अक्टूबर 2017 में एक्साइज ड्यूटी में दो रुपये प्रति लीटर की कटौती की थी, इसके एक साल बाद एक्साइज ड्यूटी में 1.50 रुपये की और कटौती की गई। मगर, इसके बाद सरकार ने जुलाई 2019 में एक्साइज ड्यूटी में दो रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी कर दी। इसके बाद मार्च 2020 में दोबारा दोनों ईंधन के लिए एक्साइज ड्यूटी में तीन रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई। इसके बाद मई माह में सरकार ने पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी में 10 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 13 रुपये प्रति लीटर की रिकॉर्ड वृद्धि की।