मध्य प्रदेश के सीधी में हुए बस हादसे के दौरान छह यात्रियों की जान बचाने वाले तीन लोगों को पांच-पांच लाख रूपए का इनाम दिया जाएगा. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कहा है कि बचाव कार्य में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए शिवरानी लोनिया, लवकुश लोनिया और सतेन्द्र शर्मा को पांच-पांच लाख रूपए की पुरस्कार राशि से सम्मानित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इन तीनों ने अदम्य साहस दिखाकर लोगों की जान बचाई. वहीं, सीएम शिवराज ने लापरवाही बरतने वाले चार अधिकारियों को सस्पेंड भी किया है।
सीधी जिले में मंगलवार सुबह पुल से नहर में गिरी बस के यात्रियों को बचाने के लिए वहां खड़े 16 से 22 साल के इन बच्चों ने अपनी जान की परवाह नहीं करते हुए तुरंत नहर में छलांग लगाई और सात यात्रियों को नहर से बाहर निकाल लिया. हालांकि, इन सात यात्रियों में से एक यात्री ने बाद में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. बाकी छह यात्री सुरक्षित हैं. इस बस हादसे में 51 लोगों की मौत हो गई थी. यह बस यात्रियों से खचाखच भरी थी और अपना रूट बदलकर जाते समय नहर में गिर गई थी।
सीएम शिवराज ने ने राहत और बचाव कार्य में तत्परता के लिए जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की भी प्रशंसा की. वहीं, शिवराज ने मध्यप्रदेश रोड कॉरपोरेशन के मंडलीय प्रबंधक (डीएम) सहित चार अधिकारियों को निलंबित करने के निर्देश दिये हैं. चौहान ने ने कहा, ”सीधी बस दुर्घटना के सही कारण का तो जांच के बाद पता चलेगा पर आम जनता से जो फीडबैक (प्रतिपुष्टि) मिला है, उसके आधार पर छुहिया घाटी की रोड खराब होने और बार-बार जाम लगने के कारण बस को मार्ग बदलना पड़ा. इसलिए मध्यप्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एमपीआरडीसी) के डीएम, एजीएम और प्रबंधक को निलंबित करने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि क्षमता से अधिक सवारी होने तथा बस के निर्धारित मार्ग से दूसरे मार्ग में जाने का दोषी मानते हुए जिला परिवहन अधिकारी को निलंबित करने के निर्देश भी दिए गए हैं. चौहान ने कहा, ‘ ‘ इन चारों अधिकारियों को मैं निलंबित कर रहा हूं.” उन्होंने कहा, ”जिन्हें हमने खोया है, उन्हें वापस नहीं लाया जा सकता पर पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता दी जाएगी।”