रायपुर/पाटन। छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार आयोजित खेल मड़ई का शुभारंभ खेल संचालक श्वेता सिन्हा, छग ओलम्पिक संघ महासचिव गुरुचरण सिंह होरा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ओएसडी आशीष वर्मा, सीजीओए के उपाध्यक्ष जीएस बाम्बरा ने किया। इस खेल मड़ई का शुभारंभ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करने वाले थे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ नीति आयोग की बैठक में शामिल होने की वजह से सीएम बघेल के कार्यक्रमों को संशोधित करना पड़ गया। लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी प्रतिभागियों को अपना आशीर्वाद और शुभकामनाएं प्रेषित की है।
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आज से शुरु हुए इस खेल मड़ई का दो दिवसीय आयोजन 21 फरवरी को समाप्त होगा। इन दो दिनों में विभिन्न खेलों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें शामिल होने के लिए प्रदेश के तमाम जिलों से प्रतिभागी पाटन पहुंच चुके हैं। बताया जा रहा है कि इस खेल मड़ई में 700 से ज्यादा प्रतिभागी हिस्सा लेंगे और अपने खेल का प्रदर्शन करेंगे।
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इससे पहले खेल संचालक श्वेता सिन्हा, छग ओलम्पिक संघ महासचिव गुरुचरण सिंह होरा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ओएसडी आशीष वर्मा, सीजीओए के उपाध्यक्ष जीएस बाम्बरा, नगर पंचायत अध्यक्ष, पाटन सहित अन्य अतिथियों ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर खेल मड़ई का शुभारंभ किया।
इस मौके पर खेल संचालक श्वेता सिन्हा ने कहा कि जीवन में खेल का काफी महत्व है। इससे इंसान का शारीरिक, मानसिक विकास के साथ ही जीवन को जीने के नए आयाम भी मिलते हैं। वहीं ओलंपिक संघ के महासचिव गुरुचरण सिंह होरा ने कहा कि खेल मानव जीवन का अति आवश्यक अंग है। इससे इंसान हर समय ऊर्जावान बना रहता है और आम लोगों की तुलना में एक खिलाड़ी की क्षमता कहीं ज्यादा होती है। खेल हमें केवल शारीरिक तौर पर ही संपन्नता नहीं प्रदान करता, बल्कि इसके बूते नाम, शोहरत, आर्थिक संपन्नता के साथ ही बेहतर भविष्य भी मिल सकता है।