पानीपत के कचरौली गांव में उस समय सन्नाटा पसर गया जब एक शख्स ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला खत्म कर ली। दरअसल, मृतक की पत्नी उसके सगे चाचा के लड़के के साथ चली गई थी और जब तीन दिन के बाद पती अपनी पत्नी को लेने पहुंचा तो उसकी पत्नी ने बेइज्जत कर उसे वहां से जाने को कहा जिससे परेशाना को होकर वह घर आया और फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
युवक की मौत के बाद परिजनों ने उसकी पत्नी और आरोपी के खिलाफ शिकायत पुलिस को दी। पुलिस के मुताबिक 35 साल का धर्मेंद्र मजदूरी करता था और दो साल पहले उसकी पत्नी की टीबी की बीमारी के चलते मौत हो गई थी। जिसके बाद धर्मेंद्र ने करनाल के घरौंडा निवासी निता से दूसरी शादी की थी। पहली पत्नी और धर्मेंद्र की एक बेटी भी है जिसका नाम प्रीति है।
जब 12 फरवरी को धर्मेंद्र काम पर निकला तो उसकी पत्नी नीता देवर पवन के साथ चली गई और जब फोन पर बात की तो पता चला की वो दोनों पवन के मामा के घर कैथल में गए हैं। जिसके बाद धर्मेंद्र अपनी पत्नी को 16 फरवरी को लेने कैथल पहुंचा लेकिन वहां पहले से ही लोगों की भीड़ थी जिसने धर्मेंद्र को बेइज्जत किया और जान से मारने की धमकी तक दी जिसके बाद वह अपने घर आ गए।