रायपुर। ऑनलाइन ठगी करने वाले अब तक लोगों को झांसा देकर उनके खाते में सेंध लगा रहे थे। पहली बार ठगों ने किसी बैंक से ठगी की है। ठगों ने बैंक को झांसा देकर एक कंपनी के 41 लाख निकाल लिए। बैंक के अधिकारियों ने कोतवाली थाने में इसकी रिपोर्ट लिखाई है।
साइबर सेल की टीम जांच कर रही है। टीआई मोहसिन खान ने बताया कि टैगोर नगर में एक्सिस बैंक की शाखा है। जहां पर अविनाश मिश्रो प्रबंधक है। उनके बैंक में अग्रसेन इस्पात कंपनी का खाता है। उनके पास 11 फरवरी को कंपनी के प्रबंधक विपिन अग्रवाल के नाम पर फोन आया। ठग ने कहा कि वह कंपनी के काम से दिल्ली आए है। उन्हें पैसों की सख्त जरूरत है। तब अविनाश ने कहा कि फोन पर पैसों का ट्रांजेक्शन नहीं कर पाएंगे। इसके लिए कंपनी के लेटर में लिखकर देना होगा।
तब ठग ने फोन पर दस्तावेज वाट्सएप किया और बोला कि शाम को आकर लेटर जमा कर देगा। इसमें कंपनी के मालिक विपिन की हूबहू हस्ताक्षर था। लेटर देखकर मैनेजर ने 5 खातों में 41 लाख रुपए जमा कर दिए।
जब कंपनी के असली मोबाइल पर ट्रांजेक्शन का मैसेज गया तो वे हड़बड़ा गए। उन्होंने कंपनी के मैनेजर से संपर्क किया और पूछा कि पैसों का लेन-देन किया गया है। तब मैनेजर ने इंकार किया। फिर वे बैंक पहुंचे और ट्रांजेक्शन की जानकारी ली। तब बैंक प्रबंधक ने उन्होंने पूरी जानकारी दी और उनकी कंपनी का लेटर दिखाया। कंपनी के मालिक ने लेटर को फर्जी बताया और किसी तरह के ट्रांजेक्शन से इंकार किया।
बैंक की लापरवाही आई सामने
पुलिस के अनुसार इसमें बैंक की लापरवाही सामने आई है। बैंक ने कंपनी का रजिस्टर फाेन नंबर या मालिक के नंबर पर संपर्क नहीं किया। जबकि ठग ने नए नंबर से फोन किया था। बैंक को रजिस्टर नंबर पर फोन करके चर्चा करना था। कंपनी के मेल से दस्तावेज को मेल करना था, लेकिन वाट्सएप से दस्तावेज लिया गया। पुलिस ने बताया कि यूपी और बिहार के 5 अलग-अलग खातों में पैसों का ट्रांजेक्शन हुआ है। ठग ने पूरा पैसा निकाल लिया है। सभी खातों की जांच की जा रही है। सभी खाते अलग-अलग व्यक्ति के नाम पर है। जिस नंबर से फोन और मैसेज आया था, वह भी बंद है।