रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र का आज राज्यपाल अनुसुईया उइके के अभिभाषण के साथ ही प्रारंभ हो गया है। महामहिम राज्यपाल अनुसुईया उइके ने अपने अभिभाषण की शुरुआत कोरोना संक्रमण की वजह से आई विपदा के साथ किया। उन्होंने कहा कि इस विपरीत परिस्थितियों में भी सरकार का मनोबल कमजोर नहीं हुआ। बल्कि राज्य सरकार ने पूरी शिद्दत के साथ के साथ कोरोना से निपटने के लिए उन तमाम इंतजामों पर ध्यान दिया, जिसकी वास्तव में आवश्यकता थी।
राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में कहा कि राज्य में कोरोना काल के संकट के बावजूद किसानों से लेकर आम आदमी की जरूरतों का ख्याल रखते हुए स्वास्थ्य योजनाओं को प्रभावशील रखा और इन विकट परिस्थितियों के बाद भी प्रदेश में नियमों का पालन को पूरी तरह से नियंत्रित रखने में सरकार ने बेहतर कार्य किया है। राज्यपाल ने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों से किए वायदे को इस संकट की घड़ी में भी निभाया है।
सरकार ने कुपोषण और एनिमिया से निपटने की दिशा में जोरदार तरीके से काम किया है। प्रदेश के गांव-गांव तक इस योजना को पहुंचाने में सरकार ने अपने प्रयास में किसी तरह की कमी नहीं की। राज्यपाल ने कहा कि लाॅक डाउन के दौरान भी राज्य सरकार ने बेहतर काम किया, जिसकी वजह से छत्तीसगढ़ को उठने में वक्त नहीं लगा और राज्य का जनजीवन जल्द ही पटरी पर लौट आया।
प्रदेश में बेहतर सड़क निर्माण की दिशा में सरकार जहां पूरी ताकत से काम कर रही है, वहीं अब प्रदेश को विमानन सेवाओं में भी अव्वल करने का भी प्रयास जारी है, जिसके तहत अब राजधानी और जगदलपुर के बाद बिलासपुर और अंबिकापुर से भी विमान सेवा प्रारंभ होने जा रहा है। राज्यपाल ने कहा कि बिलासपुर से 1 मार्च को पहली उड़ान की स्वीकृति का मिलना आसान नहीं था, लेकिन मेरी सरकार के प्रयासों से यह संभव हो पाया है।
मेरी सरकार ने कोरोना संक्रमण काल में, जब तमाम शैक्षणिक संस्थान बंद थे, तब भी नवाचार के माध्यम से शैक्षणिक गतिविधियों को जारी रखने का प्रयास किया। इसकी तारीफ नीति आयोग सहित स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी की है। प्रदेश में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल की दिशा में बढ़ाया गया प्रयास अपने आप में बेहद सराहनीय है। इसका लाभ प्रदेशभर के गरीब छात्र-छात्राओं को मिलेगा और महंगे व खर्चीले स्कूलों से राहत मिलेगी।