बीते एक सप्ताह के भीतर भारत में कोरोना ने तीसरी बार रफ्तार पकड़ना शुरू कर दिया है। इससे पहले दीवाली के बाद जिस तेजी से कोरोना ने पांव पसारा था, किसी हाहाकार से कम नहीं था। बमुश्किल देश उस मुसीबत से उबर पाया था कि अब सामने होली का त्यौहार है और कोरोना ने फिर अपनी जद बढ़ाना शुरू कर दिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने महाराष्ट्र और केरल के बाद मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और पंजाब के आंकड़ों को चिंताजनक बताया है।
विदित है कि देश में इस वक्त दूसरे दौर का वैक्सीनेशन जारी है। इसके बाद जल्द ही तीसरे दौर का वैक्सीनेशन शुरू किया जाएगा, लेकिन कोरोना संक्रमित लोगों के बढ़ते आंकड़ों ने सरकार को एक बार फिर सोचने पर मजबूर कर दिया है।
महाराष्ट्र में उद्धव सरकार ने दो टूक कह दिया है कि यदि नियमों का पालन नहीं होगा, और संक्रमण की रफ्तार इसी तरह बनी रहेगी, तो प्रदेश में लाॅक डाउन लगाना मजबूरी हो जाएगी। इसकी शुरुआत प्रदेश के कुछ जिलों में हो भी चुकी है।
इसी तरह मध्यप्रदेश में भी बढ़ते आंकड़ों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने चिंता जाहिर की है, जिस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने समीक्षा की बात भी कही है और संभावना व्यक्त की जा रही है कि यदि संक्रमण की रफ्तार में निरंतरता बरकरार रही, तो चेन तोड़ने के लिए लाॅक डाउन की ओर बढ़ा जा सकता है।