नई दिल्ली। स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स के टीकाकरण में गति आने के बाद सरकार अब 50 साल से अधिक उम्र और गंभीर रोगों से ग्रसित 27 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन देने की तैयारी में जुट गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अब तक हुए टीकाकरण और आगे की तैयारियों की समीक्षा की। वैक्सीन की उपलब्धता और बड़ी संख्या में लोगों के टीकाकरण अभियान को संभालने के लिए को-विन प्लेटफार्म की तैयारी पर शाह ने संतोष जताया। उन्होंने कोरोना के बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने को कहा।
गृह मंत्रालय के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के साथ ही कोरोना टीकाकरण से जुड़े सभी अहम व्यक्ति मौजूद थे। इनमें प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव पीके मिश्र, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा और गृह सचिव अजय भल्ला शामिल हैं। नीति आयोग के सदस्य और वैक्सीन पर गठित उच्च स्तरीय समिति के अध्यक्ष डॉ. वीके पॉल ने 27 करोड़ लोगों के टीकाकरण के लिए देश में वैक्सीन की जरूरत और उपलब्धता पर विस्तार से प्रजेंटेशन दिया।
वहीं नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के प्रमुख आरएस शर्मा ने बताया कि किस तरह को-विन प्लेटफार्म इतने बड़े पैमान पर टीकाकरण की हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए तैयार है। को-विन प्लेटफार्म से न सिर्फ उत्पादन से लेकर लाभार्थी तक पहुंचने तक टीके के हर चरण पर पूरी तरह नजर रखी जाती है, बल्कि लाभार्थियों के पंजीकरण और टीका लगने के स्थान और दूसरे डोज को लेकर एसएमएस भेजने का भी काम किया जाता है।
आरएस शर्मा ने बताया कि कोरोना टीकाकरण में शुरुआती दिक्कतों के बाद को-विन प्लेटफार्म बड़े पैमाने पर टीकाकरण के लिए तैयार है। वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि राज्यों के सहयोग के साथ किस तरह से लोगों के रजिस्ट्रेशन और मतदाता सूची के हिसाब से लाभार्थियों तक पहुंचने की तैयारी है। उन्होंने टीकाकरण के लिए तय स्थानों की संख्या बढ़ाने के लिए उठाए जा रहे कदमों की भी जानकारी दी, जिससे प्रतिदिन अधिक-से-अधिक लोगों को टीका लगाया जा सके।
वहीं, एम्स के निदेशक डॉ. रणवीर गुलेरिया और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव का कहना था कि शुरुआती झिझक खत्म होने के बाद टीका लगवाने वालों की संख्या में तेजी आई है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से यह भी बताया गया कि 64.25 लाख स्वास्थ्यकर्मियों को टीके की पहली डोज दी जा चुकी है, जो कुल पंजीकृत स्वास्थ्यकर्मियों का 67 फीसद से अधिक है। इनमें से 11.15 लाख स्वास्थ्यकर्मियों को दूसरी डोज भी दी जा चुकी है। वहीं 38.83 लाख फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीके की पहली डोज दी जा चुकी है, जो कुल फ्रंटलाइन वर्कर्स का 40 फीसद से अधिक है।
देश में सक्रिय मामले बढ़कर डेढ़ लाख हुए
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की आशंका और केरल में बढ़ते मामलों से देश में महामारी की स्थिति गंभीर होती जा रही है। लगातार दूसरे दिन सोमवार को 14 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए और सक्रिय मामलों की संख्या भी बढ़कर डेढ़ लाख के पार चली गई। हालांकि, इस दौरान महामारी की वजह से मौत का दैनिक आंकड़ा 100 से नीचे बना हुआ है। दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर बाहर से आने वालों की जांच तेज कर दी गई है। महाराष्ट्र के अमरावती में सोमवार से हफ्तेभर के लिए लॉकडाउन लागू कर दिया गया।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 1,50,055 हो गई है, जो कुल मामलों का 1.36 फीसद है। इनमें 74 फीसद सक्रिय मामले सिर्फ दो राज्यों महाराष्ट्र और केरल में हैं। अकेले महाराष्ट्र में 52,956 सक्रिय मामले हैं। महाराष्ट्र में अमरावती के साथ ही नागपुर, पुणे, नासिक समेत महाराष्ट्र के कुछ जिलों में स्थिति विस्फोटक होने के कगार पर पहुंच गई है।