रायपुर। कोविड-19 कोरोना महामारी के मद्देनजर छत्तीसगढ़ माध्यमिक बोर्ड की मुख्य परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के पृष्ठों की संख्या में बदलाव किया गया है। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल से प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्य परीक्षा 2021 की परीक्षा 15 अप्रैल से प्रारंभ हो रही है। इस वर्ष परीक्षा में 20 पृष्ठ की मुख्य उत्तरपुस्तिका और आठ पृष्ठ की पूरक उत्तरपुस्तिका का प्रावधान किया गया है।
बोर्ड परीक्षार्थियों को परीक्षा में शामिल होने के लिए कम से कम तीन असाइंमेंट अनिवार्य रूप से जमा करने होंगे। इसमें चूक करने वाले परीक्षार्थियों को बोर्ड की मुख्य परीक्षा 2020-21 के लिए अपात्र माना जाएगा। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा बोर्ड परीक्षा शैक्षणिक सत्र 2020-21 में शामिल होने की पात्रता के संबंध में विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
जिसके अनुसार प्रत्येक विद्यार्थी को प्रत्येक विषय में अब कम से कम तीन असाइंमेंट जमा करना अनिवार्य होगा। उल्लेखनीय है कि असाइंमेंट जमा करने की संख्या में शिथिलता बोर्ड द्वारा वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर परीक्षार्थियों के हित को देखते हुए लिया गया है।
माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा जारी दिशा-निर्देश में कहा गया है कि पूर्व में मुख्य परीक्षा शैक्षणिक सत्र 2020-21 में शामिल होने की पात्रता के लिए कक्षा 10वीं और 12वीं के प्रत्येक विषय के छह असाइंमेंट में से कम से कम चार असाइंमेंट (70 प्रतिशत) प्रत्येक विद्यार्थी द्वारा जमा किया जाना अनिवार्य किया गया था।
वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर मंडल द्वारा छात्रहित में प्रत्येक विषय के चार असाइंमेंट की बाध्यता को शिथिल करते हुए तीन असाइंमेंट (50 प्रतिशत) की अनिवार्यता सुनिश्चित की गई है। इससे यह स्पष्ट है कि जो बोर्ड परीक्षार्थी प्रत्येक विषय में कम से कम तीन असाइंमेंट जमा नहीं करेंगे, वे मुख्य परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए पात्र नहीं होंगे।
माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि प्रत्येक विषय के विद्यार्थी के सर्वाधिक अंक वाले तीन असाइंमेंट के प्राप्तांकों के आधार पर 30 प्रतिशत अधिभार को आंतरिक मूल्यांकन के लिए मान्य किया जाएगा।
मुख्य परीक्षा परीक्षा में सैंद्धातिक अंकों के 70 प्रतिशत अंक लिखित परीक्षा (बाह्य परीक्षा) और सैंद्धातिक अंकों के 30 प्रतिशत अंक असाइंमेंट परीक्षा (आंतरिक परीक्षा) के आधार पर मान्य किए जाएंगे। छात्र को लिखित परीक्षा और असाइंमेंट परीक्षा के अंकों को जोड़कर सैंद्धातिक विषय में उत्तीर्ण की पात्रता होगी।