नई दिल्ली। 26 जवारी को दिल्ली में किसान आन्दोलन के नाम पर उत्पात मचने वालो के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है। इस मामल में केंद्र ने दिल्ली हाइकोर्ट को जवाब दते हुए बताया की 19 लोगों की गिरफ्तार हो गई है। जबकि 25 प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं। 26 जनवरी को किसान आन्दोलन के नाम पर प्रदर्शन कर रहे कुछ दलों ने दिल्ली का दिल दहला दिया था। लाला किले पर खालिस्तानी के झंडे फहराए, इस दौरान सुरक्षा बल के जवानों को नुक्सान पहुंचाया। मामले के बाद केंद्र आरोपियों चिन्हित कर गिरफ्तारी कर आगे की कार्रवाई कर रही है।
अतिरिक्त सॉलिसीटर जनरल चेतन शर्मा और केंद्र सरकार के स्थाई अधिवक्ता अजय दिगपाल ने अदालत को बताया कि 50 लोगों को हिरासत में लिया गया और घटना की जांच की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि लाल किले पर सुरक्षा के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।
सरकार से प्राप्त सूचनाओं पर संज्ञान लेते हुए मुख्य न्यायाधीश डी. एन. पटेल और जस्टिस जसमीत सिंह की पीठ ने जानना चाहा कि क्या ऐसी ही कोई अर्जी सुप्रीम कोर्ट में भी दी गई है, या उसपर सुनवाई लंबित है या कोर्ट ने उसका निपटारा किया है। हाईकोर्ट ने दिल्ली निवासी धनंजय जैन की अर्जी को सूचीबद्ध करते हुए केंद्र सरकार से कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट में अगर ऐसा कोई मामला है तो उसकी पूरी जानकारी उसे दे।
अर्जी में अनुरोध किया गया है कि किसान आंदोलन के नाम पर धरना दे रहे लोगों को हटाया जाए और सभी सड़कों तथा सार्वजनिक स्थानों को खाली कराया जाए। उसमें दिल्ली पुलिस आयुक्त को तत्काल पद से हटाने और गणतंत्र दिवस पर लाल किले की घटना के संबंध में अपना कर्तव्य कथित रूप से पूरा नहीं कर पाने वाले सभी पुलिस अधिकारियों को दंडित करने का अनुरोध भी किया गया है।