रायपुर। अंतरराष्ट्रीय मार्केट के प्रभाव से सोने की कीमतों में और गिरावट आ गई है। सोना बीते आठ महीने के न्यूनतम स्तर पर आ गया है। सोमवार देर रात रायपुर सराफा में सोना 47600 रुपये प्रति दस ग्राम (स्टैंर्डड) रहा और चांदी थोड़ी उछलकर 70600 रुपये प्रति किलो रही।
सराफा विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार से सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट आना निवेशकों के साथ खरीदारी के लिए भी अच्छा है। सोना खरीदारी का यह काफी अच्छा मौका कहना जा सकता है। संस्थानों में भी शादी सीजन के हिसाब से गहनों की नई रेंज है। इन्हें उपभोक्ताओं द्वारा काफी पसंद किया जाएगा। हालांकि सराफा बाजार में अभी थोड़ा सन्नााटा ही पसरा हुआ है।
सोने-चांदी की कीमतों में आ रहे इस प्रकार से उतार-चढ़ाव को देखते हुए गोल्ड लोन देने वाली कंपनियां भी नई मार्केटिंग पालिसी बना रही है। कंपनियों का कहना है कि यह पालिसी ग्राहकों के फायदे के लिए है और उन्हें आसानी से गोल्ड लोन उपलब्ध कराती है। ग्राहकों के लिए यह फायदेमंद है।
20 कैरेट को चाहिए हालमार्किंग की मान्यता
सराफा कारोबारियों का कहना है कि गहनों में हालमार्किंग होना काफी अच्छी बात है। इससे ग्राहकों का विश्वास और बढ़ेगा। लेकिन सरकार को चाहिए कि 20 कैरेट को हालमार्किंग की मान्यता मिलनी चाहिए। अगर इसे हालमार्किग की मान्यता मिलती तो उपभोक्ताओं के लिए भी काफी अच्छा होगा। 20 कैरेट के गहने मजबूत होने के साथ ही लोगों के बजट में भी होते है। इस कारण इसे काफी पसंद किया जाता है। लोगों के लिए यह पसंदीदा बन रहते है।