रायपुर। दुर्ग जिले के पाटन ब्लाक अंतर्गत ग्राम बठेना में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत पर आज विधानसभा में एक बार फिर जोरदार तरीके से माहौल गरमाया। सदन में मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने आज फिर से इस मसले पर स्थगन प्रस्ताव लाया और सदन की कार्यवाही स्थगित कर चर्चा की मांग रखी। इस मामले को लेकर विपक्ष के सदस्यों ने स्थल निरीक्षण, परिजनों और ग्रामीणों से चर्चा का हवाला देते हुए सदन में अपनी बात रखी। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक सहित अन्य सदस्यों ने सदन को बताया कि इस हत्याकांड से पहले परिवार की युवतियों से दुष्कर्म हुआ है, जिसके बाद हत्या की गई है। वहीं पुलिस पर इस मामले को दबाने का आरोप भी लगाया।
स्थगन प्रस्ताव पर आसंदी पर विराजमान विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी ने सभी सदस्यों को बात रखने का मौका दिया, लेकिन स्थगन प्रस्ताव को अग्राह्य कर दिया, जिससे भड़के विपक्ष ने सदन के भीतर जोरदार नारेबाजी करते हुए गर्भगृह में प्रवेश कर दिया। इसके बाद धरने पर बैठ गए। विपक्षी सदस्यों की इस हरकत पर आसंदी ने सभी भाजपा सदस्यों को कार्यवाही से निलंबित कर दिया और सदन की कार्यवाही को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया। इसके बावजूद विपक्ष के सदस्यों का गर्भगृह में धरना प्रदर्शन जारी रहा।
दूसरी बार भी निलंबित किए गए
सदन की कार्यवाही दोबारा शुरु किए जाने पर सभापति के तौर पर कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा ने आसंदी संभाली और उन्होंने निलंबित भाजपा विधायकों का निलंबन समाप्त किए जाने की घोषणा की। सदन की कार्यवाही को आगे बढ़ाने आसंदी ने निर्देशित किया, लेकिन भाजपा विधायकों ने फिर से शोर मचाना शुरू कर दिया और गृह मंत्री से इस्तीफे की मांग करते हुए पुनः गर्भगृह में प्रवेश किया।
विपक्ष की इस हरकत पर सभापति ने भाजपा के सभी सदस्यों को दूसरी बार निलंबित कर दिया और सदन से बाहर जाने का निर्देश दिया, जिसे अनसुना करते हुए विपक्ष के सभी सदस्य नारेबाजी करते रहे। इस बीच सदन की कार्यवाही चलती रही।