छत्तीसगढ़ स्थित भिलाई स्टील प्लांट (BSP) में मंगलवार तड़के रिटर्न वॉल्व पाइप फट गया। इसके चलते ग्राउंड हाउस से 30 फीट नीचे और 2000 स्क्वायर फीट जगह में लगातार पानी भर रहा है। हादसे के दौरान काम कर रहे कर्मचारियों ने वहां से भागकर अपनी जान बचाई। किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है। सूचना मिलने पर पहुंचे फायरकर्मी करीब 8 घंटे से भी ज्यादा समय से पानी निकालने की कोशिशों में जुटे हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक, BSP के पंप हाउस-1 में मंगलवार तड़के करीब 3.30 बजे रिटर्न वॉल्व पाइप फट गया। इस दौरान एक ऑपरेटर और एक ठेका श्रमिक अंदर काम कर रहे थे। अचानक से पानी की स्पीड और लेवल बढ़ता देख दोनों कर्मचारी अपनी जान बचाकर ऊपर की ओर भागे। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों को इसकी सूचना दी। तड़के करीब 4 बजे फायरकर्मी मौके पर पहुंचे और पानी निकालने का काम शुरू किया गया है।
टरबाइन चलाने के लिए भेजा जाता है पंप हाउस से पानी
पंप हाउस से पावर प्लांट-1 में पानी की सप्लाई की जाती है। इसके जरिए टरबाइन से बिजली जनरेट होती है। इसमें तीन पंप एक-एक करोड़ कीमत के लगे हैं। वॉल्व पाइप टूटने के कारण पानी की सप्लाई बाधित हो गई है। इसके कारण फर्नेस सहित अन्य जगहों पर बिजली सप्लाई प्रभावित हो सकती है। हालांकि पंप हाउस 2 से उसे कनेक्ट किया गया है। जिसके कारण पावर प्लांट का काम प्रभावित नहीं हुआ। अन्य वैकल्पिक व्यवस्था भी की जा रही है।
मरोदा टैंक से कनेक्ट है प्लांट, यहीं से टाउनशिप में भी सप्लाई
बताया जा रहा है कि तांदुला डैम और शिवनाथ नदी से BSP में बने मरोदा टैंक में पानी की सप्लाई होती है। इसी टैंक से प्लांट और टाउनशिप में पानी भेजा जाता है। प्लांट में भेजे जाने वाले पानी का इस्तेमाल बिजली उत्पादन के लिए होता है। फिलहाल प्लांट के उच्चाधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। अभी तक प्लांट की ओर से कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं दी गई है। वहीं फायरकर्मी जितना पानी निकालते हैं, उतना फिर भर रहा है।
पंप हाउस-1 के सभी पंप बंद किए गए
BSP की ओर से बताया गया है कि पंप हाउस-1 पावर प्लांट को पानी की आपूर्ति करता है। 8 मार्च को करीब 4 बजे एक पाइप लाइन से पानी के रिसाव होने पर एहतियातन पंप हाउस-1 के सभी पंप बंद कर दिए गए हैं। पंप हाउस-11 के अतिरिक्त पंप के माध्यम से पावर प्लांट-1 में पानी की आपूर्ति जारी रखी गई। पंप हाउस- 1 में रखरखाव का काम प्राथमिकता पर लिया गया है।