बेमेतरा:- बेमेतरा ज़िला प्रशासन फिर एक बार चर्चे में है।इस बार खनिज विभाग की निष्क्रियता व उदासीन कार्यशैली सुर्खियों पर है।ताज़ा मामला बेमेतरा के नवागढ़ ने स्थित लाल ईट के भट्ठे में विगत दिनों हुए भीषण हादसे के बाद उपजा है।ज्ञात ही कि उक्त हादसे में एक बच्चे को बचाने के लिए उसकी माँ भी भीषण रूप से जलकर जान गवा बैठी थीं।जिसमे एक व्यक्ति झुलसा भी था।जो मामला काफी गरमाया था।जिला प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे थे, कि जिलेभर में सैकड़ो की तादाद में लाल ईट के भट्ठे असंवैधानिक रूप से सज रहे है,जिसमे लगातार हादसे व अन्य शिकायत सामने आ रही है।इसके बावजूद ज़िला प्रशासन के लिए यह महज कमाई का कारोबार चुका है।चंद पैसा कमाने कमाकर जेब गर्म करने के एवज में ज़िला प्रशासन द्वारा ऐसे गैर कानूनी लाल ईट के प्रतिबंधित भट्ठे को खुलेआम सरंक्षण दिया जाता है।जिससे इनके संचालकों के हौसले जोरदार बुलन्द है।जबकि यह कारोबार मूलतः कुम्हार जाति के लोगो के लिए विभिन्न मापदण्डों के तहत कुछ सीमित मात्राओं में निर्माण व कारोबार की छूट मिलती है।जिसके आड़ में गैर कुम्हार जाति के लोग इसे पैसा कमाने का जरिया बनाकर पर्यावरण को लूट रहे है।जिसे ज़िला प्रशासन आंख मूंदकर संरक्षण प्रदान कर ऐसे गैर कानूनी व प्रतिबंधित कारोबारों को बढ़ावा दे रही है,जो कि पर्यावरण संरक्षण एक्ट(अधिनियम) के विरुद्ध है, जिस पर शासन-प्रशासन का रवैया चिंताजनक है।