रायपुर। प्रदेश में मौसम का मिजाज बदने वाला है। विपरीत दिशाओं से चलने वाले हवाओं की वजह से प्रदेश में 11 से 13 मार्च तक आंधी और गरज के साथ ओलावृष्ट हो सकती है। छग के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि की भी आशंका है। मौसम के बदलते रुख से किसानों के लिए समस्या खड़ी हो सकती है।
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया, वायुमंडल के निचले स्तर पर पूर्वी हवा और पश्चिमी हवा की अनियमित गति के बीच संगम हुआ है। इसकी वजह से मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और विदर्भ में 11 से 13 मार्च के दौरान कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बरसात हो सकती है। वर्षा का क्षेत्र मुख्यत: मध्य छत्तीसगढ़ का मैदानी क्षेत्र होगा। इन्हीं हवाओं के प्रभाव से 12 और 13 मार्च को झारखंड और बिहार में गरज के साथ वर्षा होगी। मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया, 12 मार्च को मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में ओलावृष्टि की आशंका है।
कुछ क्षेत्रों में कल भी हुई थी बरसात
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक उत्तर पश्चिम मध्य प्रदेश और आसपास में चक्रीय चक्रवाती घेरा 0.9 किलोमीटर से ऊपर तक स्थित है। इसका असर एक दिन पहले ही दिखने लगा था। बुधवार शाम को ही बिलासपुर सहित कुछ अन्य इलाकों में बेहद हल्की बरसात दर्ज की गई। इस बरसात से रात और दिन के तापमान में काफी कमी आई है।