रायगढ़। सारंगढ़ ब्लॉक के ग्राम उंचभिट्टी से पिछले 4 दिनों से लापता छात्र लक्षेंद्र खूंटे (17) का शव पुलिस ने रविवार को बरामद कर लिया है। उसके हत्या के जुर्म में गांव के ही उसके दोस्त चमन खूंटे (25) को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
सारंगढ़ थाना प्रभारी जीएस दुबे ने इस मामले में तोपचंद डॉट कॉम को बताया है कि मृतक नाबालिग लक्षेंद्र खूंटे 10 फरवरी की दोपहर 1 बजे से अपने घर से लापता था। परिजनों की शिकायत पर पुलिस गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर उसकी तलाश कर रही थी।
इसी बीच मृतक के मोबाइल से उसके दादा और दोस्त चमन को 5 लाख रूपये की फिरौती के लिए SMS आने लगे। पुलिस ने अपहरण के पहलू पर जांच शुरू की तो उसके दोस्त चमन पर शक हुआ। इसके बाद रविवार को चमन को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
टीआई जीएस दुबे ने बताया कि आरोपी दोस्त चमन की निशानदेही पर पुलिस ने देर रात नाबालिग लक्षेंद्र का शव गांव से तीन किलोमीटर दूर भर्रीखार के जंगल से बरामद किया है। लक्षेंद्र की हत्या पत्थर से सर कुचल कर की गई है। शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम कराया है।
लक्षेंद्र ने फ्री फायर गेम खेलने चमन से लिया था कर्ज
जीएस दुबे ने बताया कि लक्षेंद्र ऑनलाइन गेम फ्री फायर खेलने का आदि था और इसी वजह से उसने अपने दोस्त चमन से 75 हजार रूपये कर्ज में लिए थे। चमन के बयान के अनुसार वे जब उससे रूपये मांगता तब लक्षेंद्र विवाद के लिए उतारू हो जाता था।
10 फरवरी को ही कर दी थी हत्या
आरोपी चमन ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि 10 फरवरी को दोनों के बीच रूपये को लेकर विवाद हुआ था। पैसे देने से इनकार करते हुए जो करना है, कर ले बोल रहा था। इसके इस बात से चमन को गुस्सा आ गया और उसने जंगल में लक्षेंद्र के सर पर पत्थर पटक कर उसकी हत्या कर दी और शव को वहीं छोड़ कर वहां से भाग गया।
गुमराह करने के लिए शिकायत से लेकर छानबीन तक कर रहा था मदद
जीएस दुबे ने बताया कि लक्षेंद्र की हत्या कर चमन उसके दादा जी के साथ उसके लापता होने की शिकायत दर्ज कराने थाना आया था। इसके बाद वह लगातार पुलिस की छानबीन में भी साथ रहता था। पुलिस को गुमराह करने के लिए मृतक के मोबाइल से 5 लाख की फिरौती के लिए उसके दादा और खुद को भी मेसेज भेज रहा था।