नई दिल्ली। आमतौर पर गाय के दूध को सबसे अच्छा और पोषक तत्वों से भरपूर माना जाता है लेकिन ब्रिटेन में एक नए किस्म के दूध की मांग बढ़ती जा रही है. यहां घोड़ी का दूध लोगों में खासा लोकप्रिय हो रहा है. दावा किया जा रहा है कि घोड़ी के दूध में बहुत सारे विटामिन हैं जिससे कई तरह की बीमारियां ठीक हो रहीं हैं.
‘द सन’ की रिपोर्ट के मुताबिक, UK में फ्रैंक शेलार्ड नाम के इकलौते ऐसे दूध विक्रेता हैं जो घोड़ी का दूध बेचने का काम करते हैं. फ्रैंक का दावा है कि उनके घोड़ी का दूध विटामिन से भरपूर है जो नाश्ते, चाय और कॉफी के लिए सबसे अच्छा और सेहतमंद विकल्प है. फ्रैंक लोगों की इस मानसिकता को बदलना चाहते हैं कि घोड़ी का दूध अच्छा नहीं होता है.
फ्रैंक ने ब्रिटिश अखबार ‘द सन’ को बताया, ‘लोग गाय का दूध इस वजह से खुशी-खुशी पीते हैं क्योंकि इसकी मार्केटिंग बहुत अच्छे तरीके से की जाती है. हालांकि अब लोग बकरी का दूध, सोया, ओट्स और बादाम का दूध भी पी रहे हैं. लोग हमेशा सेहतमंद चीजों का विकल्प ढूंढते रहते हैं.’
62 साल के फ्रैंक और उनका परिवार पिछले दो दशकों से घोड़ी से दूध निकालने के तरीके पर शोध कर रहा है. फ्रैंक के परिवार का पूरे UK में दूध बेचने का अच्छा बिजनेस है. फ्रैंक कई नस्लों की घोड़ी की देखरेख करते हैं.
फ्रैंक ने पिछले साल ही कॉम्बे हे नस्ल की घोड़ी के दूध का अपना एक ब्रांड जारी किया था. फ्रैंक ने कहा, ‘मैं घोड़ी की एक दुर्लभ नस्ल का उपयोग करना चाहता था जो खेती और पर्यावरण को बेहतर बनाए. बहुत शोध के बाद मैंने ऑर्गेनिक फार्म बनाया जहां घोड़ी का दूध निकाला जाता है.’
ब्रिटेन में 250ml के इस दूध की एक बॉटल 6.50 पाउंड (656 रुपए) में बेची जाती है. इस दूध में फैट बहुत कम (0.7 फीसद) और विटामिन C और आयरन भरपूर मात्रा में होता है. इसमें पाया जाने वाला लैक्टोज और प्रोटीन केसीन, ब्रेस्ट मिल्क के बराबर पौष्टिक होता है.
स्टडीज का दावा है कि घोड़ी का दूध एक्जिमा की बीमारी को ठीक करता है और इम्यून सिस्टम को बढ़ाता है. कजाकिस्तान के नजरबायेव यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का कहना है कि घोड़ी का दूध कैंसर के खतरे को भी कम करता है. शोधकर्ताओं का कहना है कि इसमें लाइसोजाइम और लैक्टोफेरिन होता है जिसमें बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने के गुण होते हैं. ये आंत में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाता है.
घोड़ी के दूध को 63 डिग्री सेल्सियस पर 30 मिनट के लिए गर्म करके बाद पाश्चराइज्ड किया जाता है और फिर 22 डिग्री सेल्सियस पर जमाकर ग्राहकों को भेजा जाता है. फ्रैंक ने कहा, ‘दुनिया बहुत तेजी से बदल रही है और हमें मदर नेचर और इकोलॉजी के साथ काम करने की जरूरत है. घोड़ी के दूध का व्यवसाय बिल्कुल ऑर्गेनिक है और ये बहुत आगे तक जाएगा.’
फ्रैंक ने कहा, ‘हम घोड़ी के दूध से एक अनोखी ऑर्गेनिक हैंड और बॉडी लोशन बनाने पर भी विचार कर रहे हैं. ये इस साल जुलाई तक तैयार कर लिया जाएगा.’
फ्रैंक एक दिन में एक लीटर घोड़ी का दूध पीते हैं. उनका कहना है कि जबसे उन्होंने ये दूध पीना शुरू किया है उनके पाचन प्रणाली में सुधार हुआ है. इतना ही नहीं, इसे पीने से उनकी बेटी और पोती की एक्जिमा की बीमारी भी ठीक हो गई है.