जगदलपुर। आबकारी विभाग की टीम ने करपावंड थाना और कोतवाली थाना क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई की है. टीम नेे लाखों रुपयों का अवैध अंग्रेजी शराब जप्त की है. इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है. तस्कर जंगल में ट्रक को खड़ी कर के कार से शराब का परिवहन कर रहे थे.
आबकारी उपनिरीक्षक रवि कुमार पाठक ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली कि एक सफेद रंग की कार में सवार एक युवक अवैध शराब की पेटियां लेकर ओड़िसा की तरफ से करपावंड जाने वाले मार्ग से जगदलपुर की तरफ जा रहा है. सूचना मिलते ही आबकारी विभाग की टीम ने करपावंड से बोरपदर जाने वाले रास्ते में नाकेबंदी की. वहां से गुजरने वाले वाहनों की तलाशी लेना शुरू कर दिया. इसी दौरान टीम ने ओड़िसा की तरफ से आ रही एक सफेद रंग की कार को रोक लिया. इस कार के सामने और पीछे लगे नंबर प्लेट में अलग अलग वाहन का नंबर अंकित मिले. शक के आधार पर टीम ने कार तलाशी ली. पुलिस ने वाहन से 10 पेटी अवैध अंग्रेजी शराब की बोतलें बरामद की. जिसकी कीमत 57 हजार 6 सौ रुपए आंकी गई. इसके बाद टीम ने कार सवार युवराज यादव निवासी नागपुर को तत्काल ही गिरफ्तार कर लिया.
जंगल में शराब से भरा ट्रक जप्त
कड़ी पूछताछ में आरोपी ने आबकारी विभाग के अधिकारियों को बताया कि यह शराब रोहित नामक एक युवक ने अपने ट्रक से निकालकर दिया है. साथ ही अवैध शराब से भरी वह ट्रक आसना के जंगलों में खाली हो रहा है. जानकारी मिलते ही आबकारी विभाग ने दो अलग अलग टीमों का गठन करते हुए उक्त ट्रक की पतासाजी में जुट गई. तड़के सुबह करीबन 4ः30 बजे टीम ने मौके पर दबिश देते हुए ट्रक समेत दो युवकों को पकड़ लिया. इसके बाद टीम ने ट्रक से 539 पेटियां अवैध अंग्रेजी शराब की जप्त कर ली. जिसकी कीमत लगभग 31 लाख 62 हजार रुपए से अधिक आंकी गई है. अवैध शराब जप्त होने के तत्काल बाद ही टीम ने ट्रक में सवार रोहित बाबर और अतुल धुरिया दोनों ही निवासी नागपुर को गिरफ्तार कर लिया. आवश्यक कार्रवाई करते हुए आरोपियों के खिलाफ आबकारी अधिनियम 34 (1), 34 (2), 36 और 59 (क) के तहत अपराध पंजीबद्व कर लिया गया है.
कार्रवाई में इनकी रही बड़ी भूमिका
जानकारी देते हुए उपनिरीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार हुए आरोपी लंबे समय से पूरे छत्तीसगढ़ में अवैध शराब की तस्करी करने का काम कर रहे थे, लेकिन बस्तर आबकारी विभाग की सक्रियता के चलते ये सभी आरोपी गिरफ्तार हो गए. इस मामले में आबकारी उपनिरिक्षक रवि कुमार पाठक, उपनिरीक्षक शिवेंद्र सिंह, मुख्य आरक्षक अंतो प्रसाद पांडेय, आरक्षक दुर्गा पटेल, सुधरुराम कश्यप, अशोक मंडावी, देवेंद्र पटेल, प्रकाश गुप्ता, देवेंद्र ठाकुर, शैलेश पांडेय, गंगाराम, भृत्य तिजुराम ताराम और अश्वनी कुमार ने अहम भूमिका निभाई है.