रायपुर। राजधानी के पंडरी थाना इलाके में किराना व्यवसायी के साथ ठगी हुई है। व्यापारी को मंत्रालय में कैंटीन का ठेका दिलाने और विधानसभा में नौकरी लगवाने का झांसा दिया गया। फिर एक लाख 95 हजार रुपये ठग लिए गए। घटना की शिकायत के बाद पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। आरोपित रायपुर में किराए के घर में रहता था।
जानकारी के अनुसार लोधीपारा निवासी रितेश जंघेल किराने की दुकान चलाता है। साल 2015 में उसके घर के पास मनेन्द्रगढ़, कोरिया निवासी संतोष सोनी उर्फ बादल किराए से रहता था। वह सेकेंड हैंड गाड़ी की खरीदी बिक्री का काम करता था। इसी दौरान रितेश जंघेल की पहचान संतोष सोनी से हुई थी।
आरोपित ने साल 2018 में सीएम के साथ अपनी फोटो दिखाकर मुख्यमंत्री के साथ अच्छी जान पहचान होने की बात कही, जिससे वह उसके झांसे में आ गया। इसके बाद आरोपित ने उसे मंत्रालय में कैंटीन का टेंडर दिलवाने के नाम से 75 हजार रुपए ले लिया। पीड़ित ने 45 हजार रुपये आनलाइन और 30 हजार रुपये नकद आरोपित को दे दिया।
स्वास्थ्य मंत्री के बंगले में भी ले गया
इसके अलावा उस दौरान विधानसभा में सहायक ग्रेड-3 का वैकेंसी निकली थी। उसमें पीड़ित रितेश ने फार्म भरा था, उसमें भी नौकरी लगवा देने की बात कहकर स्वास्थ्य मंत्री के बगले ले गया। वहां किसी सफल नाम के व्यक्ति से मुलाकात भी करवाई। वहां भी आरोपित ने उससे पैसा ले लिए। इस तरह एक लाख 95 हजार रुपये ठेका दिलवाने और नौकरी लगाने के नाम पर ठगी की।
आरोपित फरार, तलाश जारी
इस मामले में पंडरी पुलिस थाना प्रभारी याकूब मेमन का कहना है कि आरोपित ने बड़े लोगों से संबंध होना बताकर पीड़ित को झांसे में लिया। पीड़ित की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपित फरार है, उसकी तलाश की जा रही है।