पुलिसिया ठाठ और रुआब रिटायरमेंट के बाद कुछ काम नहीं आता, इसका ताजा उदाहरण ग्वालियर से सामने आया है, जहां एक पुलिस अधीक्षक को रेत माफियाओं ने पहले तो 33.35 लाख का चूना लगाया, उसके बाद जब रकम लौटाने की बारी आई, तो यह कहते हुए धमकाया कि दोबारा मत आना, वरना मरवाकर फिकवा दूंगा।
दरअसल, पूरा मामला ग्वालियर का है, जहां ईओडब्लू से रिटायर हुए एसपी ओम प्रकाश मित्तल को इस तरह की धमकी मिली है। जिसकी शिकायत मित्तल ने विश्वविद्यालय थाना में की है। बताया जा रहा है कि रिटायरमेंट के बाद छत्तरपुर निवासी राजकुमार पटेल उनसे मिला था। राजकुमार और ओम प्रकाश मित्तल का बेटा पीयूष एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में साझेदार हैं, लिहाजा मित्तल से अच्छी जान-पहचान थी।
साल 2017 में राजकुमार अपने बड़े भाई सुरेन्द्र पटेल के साथ मित्तल के पास पहुंचा और उसने रेत खदान में साझेदारी का प्रस्ताव दिया। जिस पर मित्तल आमदनी की बात सुनकर राजी हो गए और उन्होंने पटेल बंधुओं के कहे मुताबिक 33.35 लाख रुपए लगा दिया। इसके बाद समय निकलता गया, लेकिन ना तो मित्तल को आमदनी हो रही थी और ना ही उनकी लागत राशि लौटाई जा रही थी। इस पर उन्हें यह बताया जाता रहा कि काम लटक गया है, इस तरह से टाल-मटोल का दौर चलता रहा।
और हत्या की दी धमकी
रकम दिए जाने के तीन साल बाद भी जब मित्तल को अपनी लागत राशि नहीं मिली और पटेल बंधुओं ने जब फोन भी उठाना बंद कर दिया, तो मित्तल उनके घर जा धमके। इस दौरान उन्होंने जब रकम वापसी की बात की, तो पटेल बंधुओं ने यह कहते हुए धमकाया कि दोबारा आना भी मत, वरना मारकर फिकवा देंगे। तब जाकर इस मामले में शिकायत दर्ज की गई है।