यूपी के आगरा के कोतवाली बाह के अंतर्गत कस्बा जरार में झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक पर इलाज कराने गए मरीज की ताबड़तोड़ 20 इंजेक्शन लगाने के बाद मौत से हड़कंप मच गया है. परिजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस और स्वास्थ विभाग की टीम ने झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक को सील करने की कार्रवाई की है. जबकि झोलाछाप डॉक्टर फरार हो गया है. बहरहाल स्वास्थ्य विभाग की लचर कार्यशैली के चलते ग्रामीण क्षेत्र में झोलाछाप क्लीनिक का जाल बिछा हुआ है. स्वास्थ्य विभाग इन पर कठोर कार्रवाई नहीं करता है जिसके चलते उनका धंधा लगातार बढ़ता चला जा रहा है. इस बीच आगरा के कोतवाली बाह क्षेत्र के कस्बा जरार में झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज ने एक मरीज की जान ले ली.
बाह क्षेत्र के गांव बिजौली में रहने वाले बच्चू लाल (उम्र करीब 50 वर्ष) पिछले सप्ताह से सामान्य बीमारी से ग्रसित थे. वह परिजनों के साथ अपना इलाज कराने के लिए कस्बा जरार में केनरा बैंक के सामने झोलाछाप डॉक्टर की क्लीनिक पर पहुंचे. इसके बाद डॉक्टर ने उनका इलाज शुरू किया, लेकिन गलत इंजेक्शन एवं दवा के कारण हालत बिगड़ गई. परिवार का आरोप है कि झोलाछाप डॉक्टर ने दनादन 20 इंजेक्शन लगा डाले, इससे बच्चू लाल बेहोश हो गए. इसके बाद झोलाछाप क्लीनिक छोड़कर फरार हो गया. परिजन तत्काल बेहोशी की हालत में बच्चू लाल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बाह लेकर पहुंचे जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. इसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया. बच्चू लाल की बेटी का आरोप है कि उसके पिता को झोलाछाप डॉक्टर ने लगातार 20 इंजेक्शन लगाए और वह मना करने पर भी नहीं माना. साथ ही कहा कि गलत इंजेक्शन और दवा के इस्तेमाल से उनके पिता की मौत हो गई.
परिजनों सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले का संज्ञान लिया. पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कस्बा जरार पहुंचकर झोलाछाप के क्लीनिक को सील कर दिया है. अब पुलिस और स्वास्थ्य महकमा मामले की जांच कर रहा है. इस मामले को लेकर बाह सीएचसी प्रभारी जितेंद्र कुमार का कहना है कि आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है.