रायपुर। कोरोना महामारी की चपेट में आने के बाद से लेकर बीते पूरे एक साल और हाल के एक हफ्ते से ज्यादा वक्त गुजरने के बाद की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित भूपेश सरकार के माथे पर चिंता की लकीरें खींच चुकी हैं। स्थिति ना तो गटकने की है और ना ही उगल पाने की। ऐसे में प्रदेश में किस तरह की रणनीति अपनाई जाए, इसे लेकर आज भूपेश सरकार एक बड़ी समीक्षा करने वाली है।
वर्तमान परिस्थितियों की बात की जाए तो 16 मार्च के बाद से प्रदेश में जैसी परिस्थितियां बनी हुई हैं, हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं, उसे देखते हुए सरकार कोई बड़ा फैसला आज ले सकती है। इसमें कोई संदेह नहीं कि बिगड़ते हालात पर नियंत्रण के लिए प्रदेश में लाॅक डाउन की भी घोषणा की जा सकती है। हालांकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का यह मानना है कि लाॅक डाउन से भले ही नियंत्रण संभव है, पर इससे आर्थिक परिस्थितियां डांवाडोल हो जाती है। लेकिन जिंदगी ही नहीं रहेगी तो लोग आर्थिक हालात से क्या जूझेंगे, यह भी बड़ा सवाल है।
प्रदेश में अब एक ही दिन में जब 3000 से ज्यादा लोग संक्रमित होने लगे हैं, मौतों का आंकड़ा 20 से ज्यादा हो चुका है। इस महामारी की वजह से भरा-पूरा परिवार झटके में समाप्त हो जा रहा है, तो लोगों की निगाह अब केवल सरकार के फैसले पर आकर टिक गई है। ऐसे में प्रदेश सरकार का फैसला क्या होगा, यह देखने का विषय है।