जशपुर। छत्तीसगढ़ में जिस तेजी से कोरोना ने कहर बरपाना शुरू किया है, वह भयावह होने के साथ ही खौफनाक भी हो गया है। हर दिन जहां बड़ी संख्या में लोग कोरोना की चपेट में आ रहे हैं, तो मौतों का सिलसिला भी डराने लगा है। एक समय में छत्तीसगढ़ से कोरोना की बिदाई देखी जा रही थी, लेकिन वह सपना ही था, जो टूट चुका है।
जशपुर जिला में कोरोना ने प्रचंड रूप नहीं दिखाया है, जैसा कि राजधानी और सटे हुए दुर्ग जिला में दिखा है। इसके बावजूद भी आशंकाओं को भांपते हुए जशपुर कलेक्टर महादेव कांवरे ने अपने बेहतर विवेक का परिचय देते हुए बगीचा की लोटा बस्ती को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। यहां पर 30 मार्च से 5 अप्रैल तक लोटा बस्ती बंद रहेगी। बगीचा की लोटा बस्ती को 7 दिनों के लिए कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है।
जशपुर कलेक्टर कांवरे के निर्देशानुसार इस बस्ती को केवल आवश्यक सुविधाओं का ही लाभ मिलेगा, शेष को बंद रखने का निर्देश जारी किया गया है। साथ ही कलेक्टर ने लोगों से कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की हिदायत दी है।