रायपुर। छत्तीसगढ़ में जारी कोरोना के आंकड़े हर रोज भयभीत कर रहे हैं, इसी बीच छत्तीसगढ़ में 15 अप्रैल से बोर्ड परीक्षा शुरू होने वाली है। इस दौरान अब खबर आ रही है कि परीक्षा से पहले कई शिक्षक कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। अब एक बड़ा सवाल है यह है कि अगर स्कूलों में शिक्षक के साथ अन्य स्टाफ़ संक्रमित होंगे तो छात्र संक्रमण से कैसे बचेंगे।
ताजा मामला राजधानी रायपुर के राजा तालाब स्थित बीपी पुजारी स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी मीडियम स्कूल का है। यहां देखते देखते 6 शिक्षक एवं अन्य स्टाफ कोरोना संक्रमित हो गए। बावजूद इसके ना स्कूल को सेनेटाइज कराया गया ना संक्रमित मरीज के संपर्क में आने वालों लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। रोज की तरह स्कूल खोला जा रहा है।स्टॉप को दबाव बनाकर बुलाया जा रहा है।
वर्क फ्राम होम की मांग
साथ ही स्कूल के आस पास 50 से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं। 15 अप्रैल से बोर्ड परीक्षा है, अगर स्कूल बंद नहीं किए तो छात्र खतरे में होंगे। इस बीच स्टाप के लोगों का कहना है कि डर तो लगता है घर में बच्चे है, बूढें दादा-दादी है. स्कूल से घर जाने का मन नहीं करता है। क्योंकि घर में संक्रमण फैलने का डर है। ऐसे में स्कूल बुलाया जा रहा है इसलिए स्कूल आते हैं। कुछ दिन के लिए स्कूल बंद कर वर्क फ्राम होम से काम लिया जा सकता है बच्चे तो स्कूल नहीं आ रहे हैं।
सेनिटाईज किया जाएगा-डीईओ
जिला शिक्षा अधिकारी एएन बंजारे का कहना कि जानकारी छिपाना गलत बात है. नियमानुसार स्कूल बंद कर सेनेटाईज किया जाएगा, ताकी आगे बोर्ड परीक्षा विद्यार्थी प्रभावित ना हो, कम से कम तीन दिन के लिए बंद किया जाएगा।
कंटेनमेंट जोन करेंगे घोषित
जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ मीरा बघेल का कहना है कि कोरोना तो सबको हो रहा है। बढ़ते कोरोना के मद्दे नजर कंटेनमेंट जोन का प्रावधान है, इलाके को कंटेनमेंट घोषित किया जाएगा।