रायपुर। छग में कोरोना की वजह से किसी की मौत नहीं होने की पुष्टि हो चुकी है, लेकिन फिर भी क्वारंटाइन सेंटरों में मौत का सिलसिला जारी है। प्रदेश के क्वारंटाइन सेंटरों में अब तक चार मौतें हो चुकी हैं। इन मौतों को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल काफी ज्यादा भावुक हो गए हैं और उन्होंने मामले की जांच के साथ ही क्वारंटाइन सेंटरों में खासतौर पर ऐहतियात बरतने के सख्त निर्देश दिए हैं।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में बढ़ते कोरोना संक्रमण के आंकड़ों के बीच अब संदिग्ध मरीजों के मौत का भी मामला लगातार सामने आ रहा है। बिलासपुर में बीते दो दिनों में दो की मौत की खबर है। इधर जांजगीर में भी क्वारंटाइन में आज एक और मजदूर ने दम तोड़ दिया। इससे पहले राजधानी में भी एक मजदूर के मौत का मामला सामने आया था। सभी मामलों में मजदूर दूसरे राज्यों से प्रदेश लौटे थे। वहीं इन मामलों में अभी तक कोरोना की पुष्टि नहीं हुई है।
जांजगीर में सामने आए मजूदर के मौत के मामले में परिजनों ने आरोप लगाया है। कि कोराना का सही टेस्ट नहीं होने से मजदूर की मौत हो गई। मजदूर हसौद क्वारंटाइन सेंटर में रह रहा था। वहीं अचानक आज उसकी मौत हो गई। वहीं कहा यह भी जा रहा है कि मजदूर जलोदर नामक बीमारी से ग्रसित था। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
इधर बिलासपुर सिम्स में एक मजूदर अस्पताल पहुंचने के तुरंत बाद दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि मरवाही क्वारंटाइन सेंटर से तबियत बिगड़ने पर उसे सिम्स लाया गया था। महीने भर से उसे सर्दी खांसी था, वहीं रैपिड किट में रिपोर्ट निगेटिव आया था। वहीं अब मौत के बाद मृतक मजदूर का एहतियात के लिए दोबारा जांच के लिए सैंपल भेजा गया है।