महाराष्ट्र में लॉकडाउन लगना लगभग तय हो गया है। उद्धव सरकार का कहना है कि कोरोना महामारी को रोकने के लिए राज्य में पूर्ण पाबंदी जरूरी है। रविवार को कोविड-19 टास्क फोर्स से बैठक के बाद इस पर अंतिम मुहर लगाई जाएगी। लॉकडाउन कितने दिनों के लिए लगाया जाएगा और इस दौरान किस तरह की गतिविधियां की छूट होगी और किन गतिविधियों पर पूरी तरह रोक होगी, यह भी टास्क फोर्स की बैठक में तय हो सकता है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। सूत्रों के मुताबिक, उद्धव ठाकरे ने बैठक में यह साफ कर दिया कि कोरोना को रोकने के लिए अब कोई और चारा नहीं बचा है और लॉकडाउन लगाना ही होगा। हालांकि, विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस और एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने इसका विरोध किया। इसके बाद तय किया गया कि रविवार को टास्क फोर्स की बैठक में लॉकडाउन पर आखिरी फैसला लिया जाएगा।
बैठक के बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने संवाददाताओं को बताया कि कोरोना वायरस की चेन तोड़ने के लिए लॉकडाउन लगाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि रविवार को टास्क फोर्स की बैठक होगी जिसमें लॉकडाउन लगाने पर फैसला लिया जाएगा।
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने बैठक के बाद कहा, ”सख्त प्रोटोकॉल के बावजूद कोविड-19 के केस बढ़ रहे हैं, आने वाले दिनों में स्वास्थ्य ढांचे पर और दबाव बढ़ सकता है। मुख्यमंत्री कल टास्क फोर्स के साथ बैठक करेंगे, जिसके बाद आगे का फैसला लिया जाएगा।” कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री असलम शेख ने कहा, ”सरकार लॉकडाउन से बचना चाहती है इसलिए सख्त पाबंदियां और वीकेंड लॉकडाउन लगाना पड़ा। लेकिन इनका कोरोना केसों पर कोई असर नहीं दिख रहा है।”