छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश कितने संवेदनशील है इस बात का अंदाजा आप उनके नए निर्देश से लगा सकते हैं। सीएम भूपेश ने क्वारांटाइन सेंटर्स में प्रवासी मजदूरों के साथ रह रही गर्भवती महिलाओं के लिए अलग व्यवस्था करने को कहा है। ताकि जच्चा-बच्चा दोनों को कोविड के खतरे से बचाया जा सके ।
छत्तीसगढ़ में दूसरे राज्यों से प्रवासी मजदूरों के सिलसिला जारी है । इन मजदूरों को आने के बाद स्थानीय क्वारांटाइन सेंटर्स में रखा जाता है । लेकिन समस्या तब और बड़ी हो जाती है जब इनके साथ किसी गर्भवती महिला को रहना पड़ता है । क्योंकि यदि क्वारांटाइन सेंटर मे गर्भवती महिला किसी कोविड संक्रमित व्यक्ति या दूसरी महिला के संपर्क में आई तो उसे और उसके गर्भ में पल रहे शिशु केलिए जान का खतरा बन सकता है । लिहाज छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को क्वारांटाइन सेंटर्स में रह रही गर्भवती महिलाओं की रोजाना जांच, खानपान और अच्छी देखभाल करने के लिए परिपत्र जारी किया हैं। सीएम भूपेश के मुताबिक क्वारेंटाइन सेंटर्स में व्यवस्था न होने की स्थिति में उन्हें क्वारेंटाइन के मानकों का पालन करते हुए सिविल अस्पतालों के अलग वार्ड या कमरों में रखा जा सकता है। यदि ये महिलाएं इस दौरान अपने पति को साथ रखना चाहती हैं तो उन्हें इसकी अनुमति दी जाएगी।
गर्भवती महिलाओं के लिए क्वारेंटाइन सेंटर विकासखंड और जिला स्तर पर चिन्हांकित बड़े कस्बों में ही बनाने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं भोजन,पानी, बाथरुम और शौचालय की अनिवार्य व्यवस्था करने को कहा गया है । क्वारेंटाइन सेंटर्स में बार-बार हाथ धोने के लिए साबुन और सेनिटाइजर की व्यवस्था अनिवार्य रुप से रहेगी । साथ ही सेंटर में बाहरी व्यक्ति के प्रवेश को पूर्ण रुप से प्रतिबंधित रखा गया है
ये मोर अपन राज्य हरय, इंहा के जम्मो मनखे मन मोर अपन हरय। माता-बहिनी कोनो परिवार के रहाय, पूरा राज्य मोर परिवार हरय, मोर घर हरय। अइसन म कोनो माता-बहिनी ल दुख पहुंचिही त दरद महुं ल होही। ये राज्य के मनखे मन कुछु सोच-बिचार के मोला मुखिया चुने हावय, उंखर बिस्वास ल बनाए रखना ओतके जरूरी हावय, जतका सांस लेना।