कोंडागांव में एक कबूतर अखबारों और मीडिया की सुर्खियों में बना रहा। इस कबूतर को विदेशी कबूतर, जासूस कबूतर जैसे अनेक भ्रामक तर्कों से जोड़कर देखा गया ,कारण उसके पैर में लगे स्पेशल स्टिकर थी। अब ये राज खुल गया कि पैरों में अजीब से विदेशी स्टीकर वाला ये कबूतर चेन्नई के वेटेनरी डॉक्टर ए चंद्रशेखर से पता चला कि यह कबूतर तेलंगाना से है।
वहां शिरपुर ब्लॉक में 8 अप्रैल को कबूतरों की रेस हुई। इसी में भटकर ये कबूतर बस्तर के कोंडागांव आ गया। कोंडागांव के पशु चिकित्सा विभाग के अफसरों ने कबूतर के मालिक का भी पता लगा लिया। पी.वी.एस.सेल्वम नाम के आदमी से बात की गई तो पता चला कि वह उनका कबूतर है। उन्होंने कहा कि वे अपने कबूतर को वापस लेने आएंगे। सेल्वम अब तेलंगाना से कोंडागांव इस कबूतर को लेने आएंगे क्योंकि ये वहां कबूतरों की रेस में शामिल होता है।